कारगिल विजय दिवस पर स्कूली बच्चों ने निकाली विजय रैली, किया शहीदों को याद

कारगिल विजय दिवस पर स्कूली बच्चों ने निकाली विजय रैली, किया शहीदों को याद.
रिपोर्ट डीकेपंडित गयाबिहार 
गया। बाराचट्टी के कारगिल बिजय दिवस के अवसर पर सैंसन वर्ल्ड स्कूल भदया के माननीय निर्देशक के निर्देश पर प्राचार्या नम्रता सिंह के नेतृत्व मे भव्य झांकी का आयोजन सोभ बाजार मे आयोजित किया गया. जिसमे सैकड़ो छात्र एव छात्राओ के साथ गणमान्य शिक्षकगण शामिल हुए थे.विजय जुलुस की झांकी को देखने के लिए सोभ बाजार के लोंगो का जनसैलाब उमड़ पड़ा था. इस मौक़े पर सैंसन वर्ल्ड स्कूल की प्राचार्या नम्रता सिंह ने बताया की हम सभी शिक्षकगण माननीय निर्देशक महोदय उमैर खान का कृत्यज्ञ हैँ जो उन्होंने हमें इस कार्य के लिए प्रोत्साहित एव मार्गदर्शक देकर हम शिक्षकगण एव छात्रों को उत्साहित किया. आगे उन्होंने छात्रों को सम्बोधित करते हुए कहा की वर्ष 1999 में भारत और पाकिस्तान के बीच तीन महीने तक कारगिल युद्ध चलने के बाद 26 जुलाई को भारतीय सेना ने पाकिस्तानी फौज को खदेड़कर तिरंगा फहराया था। तब से इस दिन को कारगिल विजय दिवस के रूप में मनाया जाता है. वर्ष 1999 में पाकिस्तानी सेना ने कारगिल में नियंत्रण रेखा पार कर भारत की सरजमीं पर कब्जा करने की कोशिश की थी। अपनी सरजमीं को पाकिस्तान के चंगुल से छुड़ाने के लिए भारतीय सेना ने दिन और रात एक कर दिया था। मई से लेकर जुलाई तक भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध चला।26 जुलाई 1999 को भारत के वीर सपूतों ने पाकिस्तानी फौज को खदेड़कर अपना तिरंगा फहराया था। भारत की इसी जीत के उपलक्ष्य में हर साल 26 जुलाई को कारगिल विजय दिवस के रूप में मनाया जाता है।आज कारगिल विजय दिवस की वर्षगांठ के मौके पर एक बार फिर उस याद को ताजा करने के लिए हमारा स्कूल कारगिल विजय दिवस रैली निकालकर पुरानी यादो को ताज़ा करने को लेकर बच्चों ने रैली निकालकर कारगिल युद्ध मे अद्धभ्य साहस और वीरता दिखाने वाले उन वीर सपूतो के प्रति छात्रों ने नमन करते हुए श्रद्धांजलि अर्पित किया।जिन्होंने भारत माँ की रक्षा के लिए हँसते-हँसते अपने प्राणो को न्योछावर कर दिया था. भारत माता की जय और बंदेमातरम के नारों से चारो दिशाये गूंजयमान हो उठा विद्यालय परिसर मे छात्रों के द्वारा कारगिल विजय के उपलक्ष्य मे आशु भाषण का भी आयोजन किया गया.इस मौक़े पर सैंसन वर्ल्ड स्कूल के छात्रों के साथ विद्यालय के गणमान्य शिक्षक गण मौजूद थे।