विज्ञान के बिना प्रयोग किए नकारना उचित नहीं: डीएफओ, बॉटनी विभाग में वृक्षारोपण एवं विशेष व्याख्यान।

विज्ञान के बिना प्रयोग किए नकारना उचित नहीं: डीएफओ, बॉटनी विभाग में वृक्षारोपण एवं विशेष व्याख्यान।
रिपोर्टः डीकेपंडित गयाबिहार
बोधगया। मगध विश्वविद्यालय के स्नातकोत्तर वनस्पति विज्ञान में वन महोत्सव के तहत विशेष व्याख्यान में बतौर मुख्य वक्ता डी एफ ओ राजीव रंजन ने कहा कि बढ़ती आबादी और जीवन शैली में आधुनिकता को पूरी तरह बदलाव नहीं किया जा सकता। हम जिस जीवन शैली में जी रहे हैं वह आवश्यकता का महत्वपूर्ण हिस्सा बन चुका है। विज्ञान की उपज के प्रयोग के बिना नकारना उचित नहीं है। वे एड्रेशिंग क्लाइमेट चेंज नॉन कनेंशनल वे विषय पर विशेष व्याख्यान को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने पर्यावरण परिवर्तन के कई कारणों को स्पष्ट करते हुए कहां की इसके लिए कुछ व्यवहारिक दृष्टिकोण अपनाना जरूरी है जिसमें सरकार के साथ-साथ समाज के सभी लोगों को आगे आना होगा। कुछ मुख्य सुझाव के रूप में उन्होंने बताया कि शहरीकरण व्यवस्था को और विकसित करके ग्रामीण जनसंख्या की बसावट को समेट कर कृषि भूमि में बढ़ोतरी की जा सकती है और उस भूमि पर वृक्षारोपण कर क्लाइमेट चेंज के दुष्परिणाम को रोक सकते हैं। उन्होंने बिजली की आवश्यकता की पूर्ति के लिए सोलर एनर्जी को पर्याप्त नहीं मानते हुए निक्यूलियर एनर्जी के तरफ आगे बढ़ने की बात कही। साथ ही ऑर्गेनिक खेती से लोगों की भूख नहीं मिटाया जा सकता है इसके लिए जीएम फसलों के उत्पादन के तरफ इशारा किया। भारत जैसे जनसंख्या घनत्व वाले देश के लिए यह आवश्यक है। कुलपति प्रो एसपी शाही ने विभाग के इस पहल की सराहना की और कहा कि शैक्षणिक विकास के लिए जो प्रस्ताव रखा जायेगा उसे तुरंत पूरा किया जाएगा। शिक्षकों से कहा कि आप सबों में जो ऊर्जा है उस ऊर्जा को विभाग में योगदान देकर आगे बढ़ाएं। प्रति कुलपति प्रो ब्रज राज कुमार सिन्हा ने कहा कि कोई एक कारक नहीं है इसलिए इसके समाधान के प्रति सभी लोगों को जागरूक होना पड़ेगा विकसित देशों के द्वारा सबसे अधिक कार्बन उत्सर्जन किया जाता है इसलिए उन्हें आगे आना चाहिए। कार्यक्रम के पूर्व वृक्षारोपण किया गया। विभागाध्यक्ष प्रो नरेंद्र कुमार सिंह ने पुष्पगुच्छ एवं भगवान बुद्ध की मूर्ति भेंट कर स्वागत किया। इस अवसर पर विज्ञान संकायाध्यक्ष डॉ विजय कुमार वर्मा, डॉ मीनाक्षी, डॉ शैलेंद्र कुमार सिंह, डॉ गोपालजी सिंह, डॉ एकता वर्मा, डॉ के के मिश्र, डॉ खालिद अहमद, डॉ रेणु रानी एवं सभी कर्मचारी तथा विधार्थी मौजूद थे। मंच संचालन डॉ अमित कुमार सिंह ने की तथा डॉ रवि कुमार सिंह ने धन्यवाद ज्ञापित किया।