जागे और जगाएं,ऑफिसर्स ट्रेनिंग अकादमी गया को देहरादून उत्तराखंड जाने से बचाएं:संघर्ष समिति*

*जागे और जगाएं,ऑफिसर्स ट्रेनिंग अकादमी गया को देहरादून उत्तराखंड जाने से बचाएं:संघर्ष समिति*

रिपोर्टः डीकेपंडित गयाबिहार
        गया। ऑफिसर्स ट्रेनिंग अकादमी बचाओ संघर्ष समिति के संयोजक प्रो विजय कुमार मिठू, सह संयोजक मो खान अली, पूर्व विधायक, बाबूलाल प्रसाद सिंह, राम प्रमोद सिंह, विपिन बिहारी सिन्हा, कुंदन कुमार, विशाल कुमार, रामनंदन सिंह मोहनपुर, अमरजीत कुमार, टिंकू गिरी, मो समद, खालिद अमीन, मो अहमद रजा खान, सुरेंद्र मांझी आदि ने कहा की विश्वस्त सूत्रों से ज्ञात हुआ है की बिहार की शान, गया का प्राण ऑफिसर्स ट्रेनिंग अकादमी को रक्षा विभाग के आला अधिकारियों द्वारा इसे  भारतीय सैन्य अकादमी ( इंडियन मिलिट्री अकादमी ) देहरादून , उत्तराखंड में मिलाने का कार्य शुरू कर दिया गया है, जिसे सितंबर 2024 तक पूरा कर दिया जाएगा।
        नेताओ ने कहा की गया से सेना सेवा कोर केंद्र ( उत्तरी ) के बैंगलुरू स्थानांतरण होने के बाद सन् 2011 में देश का तीसरा सबसे बड़ा ऑफिसर्स ट्रेनिंग अकादमी की स्थापना तत्कालीन केंद्रीय रक्षा मंत्री ए के एंटोनी के अथक प्रयास से हुआ था, जिसे 800 जेंटलमैन कैडेट प्रशिक्षित करने का ट्रेनिंग सेंटर बनाना था, शुरू में तीन चार बैच 200 से 300 तक जेंटलमैन कैडेट प्रशिक्षित भी हुए, फिर धीरे, धीरे आला अधिकारियों द्वारा इसे यहां से देहरादून उत्तराखंड में समाहित करने की योजना बनाते हुए  जेंटलमैन कैडेट की संख्या कम करते हुए 75 प्रशिक्षणार्थी  तक पहुंचा दिए, तथा अब अंतिम बैच जून से सितंबर 2024 तक पूरा कर इसे आई, एम ए देहरादून में पूर्णतः मिला दिया जाएगा।
          नेताओ ने कहा की ओ टी ए गया को आई एम ए देहरादून में मिलाने के संबंध में आवश्यक कारवाई के संबंध में 25 जुलाई 2023 को रक्षा विभाग के आला अधिकारी द्वारा पत्र भी जारी किया गया है ।
      नेताओ ने कहा की अति प्राचीन एवम् अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त विश्व पर्यटन मानचित्र पर स्थान रखने वाला गया में 1976 में तत्कालीन रक्षा मंत्री बाबू जगजीवन राम ने सेना सेवा कोर केंद्र उत्तर की स्थापना करवाई थी, जिसे सन 2010 में बैंगलुरू स्थानांतरित कर दिया गया, लेकिन संघर्ष समिति के बैनर के तले  गया वासियों के लगातार संघर्ष के बाद यहां देश का तीसरा ऑफिसर्स ट्रेनिंग अकादमी की स्थापना किया गया, अब इसे यहां से देहरादून उत्तराखंड स्थानातरित किया जा रहा है।
      नेताओ ने कहा की देश के बड़े राज्यो में सुमार बिहार से मोदी सरकार गया के ऑफिसर्स ट्रेनिंग अकादमी को देहरादून, पटना से सी डी ए कार्यालय को कोलकाता, जमालपुर, मुंगेर स्थित भारतीय रेल के यांत्रिक एवम् विद्युत अभियंत्रण सस्थान जमालपुर को लखनऊ भेजने की आंतरिक प्रक्रिया जारी है, जबकि बिहार के क्षेत्रफल, जनसंख्या के हिसाब से पहले से कम केंद्रीय संस्थान होने के बाद भी यहां से वर्षो से स्थापित इकलौते संस्थान को दूसरे राज्य में भेजना बिहार के साथ अन्याय है, जिसके खिलाफ संघर्ष समिति संपूर्ण बिहार में अभियान चला कर सभी जनप्रतिनिधियों को संसद से सड़क तक आंदोलन में शामिल होने के लिए पत्र लिखेगा।
      नेताओ ने कहा की गया बिहार के उच्च शिक्षण संस्थानों का हब है, जहां दक्षिण बिहार केंद्रीय विश्वविद्यालय, आई आई एम,  डी आर डी ओ,इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ होटल एंड कैटरिंग टेक्नोलॉजी, ऑफिसर्स ट्रेनिंग अकादमी स्थापित है।
     नेताओ ने केंद्र सरकार से सवाल पूछा है की क्या बिहार के चौदह करोड़ जनमानस केंद्रीय कर नही देते ? , यहां नए केंद्रीय संस्थान की स्थापना के बजाय वर्षो से स्थापित संस्थान को दूसरे राज्यो में स्थानांतरित किया जा रहा है ।
       संघर्ष समिति के नेताओ ने  बिहार विरोधी केंद्र सरकार के खिलाफ चरणबद्ध आंदोलन करने का संकल्प दोहराया।
       नेताओ ने महामहिम राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, केंद्रीय रक्षा मंत्री से गया ही नहीं बिहार के आन, बान, शान, एक मात्र ऑफिसर्स ट्रेनिंग अकादमी को आई एम ए देहरादून में समाहित नही किया जाए, बल्कि गया में अभी भी रक्षा मंत्रालय के खाली पड़े हजारों एकड़ जमीन में और दूसरा सैन्य संस्थानों की स्थापना किया जाए।