स्वतंत्रता दिवस समारोह के अवसर पर गांधी मैदान में आयोजित कार्यक्रम में माननीय मंत्री, सूचना एवं प्रौद्योगिकी विभाग सह प्रभारी मंत्री, गया जिला मोहम्मद इसराइल मंसूरी द्वारा झंडोत्तोलन
रिपोर्टः डीकेपंडित गयाबिहार
गया। स्वतंत्रता दिवस समारोह के अवसर पर गांधी मैदान में आयोजित कार्यक्रम में माननीय मंत्री, सूचना एवं प्रौद्योगिकी विभाग सह प्रभारी मंत्री, गया जिला मोहम्मद इसराइल मंसूरी द्वारा झंडोत्तोलन करते हुए जिलावासियों को स्वतंत्रता दिवस की बधाई एवं शुभकामनाएं दिया।
माननीय मंत्री ने जिलावासियों को संबोधित करते हुए कहा किगया - ज्ञान, आध्यात्म एवं मोक्ष की पावन भूमि को नमन करते हुए 77वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर आप सभी जिलावासियों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं देता हूं। देश के अमर शहीदों, देश के महापुरुषों, कर्णधारों एवं देश को विकास के पथ पर अग्रसर करने वाले महापुरुषों को शत्-शत् नमन। स्वतंत्रता के पावन दिवस पर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, डॉ० राजेन्द्र प्रसाद, पं० जवाहरलाल नेहरू, डॉ० भीमराव अंबेडकर, डॉ० राम मनोहर लोहिया, लोकनायक जयप्रकाश नारायण, स्व० अनुग्रह नारायण सिंह, जगदेव प्रसाद, सुखदेव प्रसाद वर्मा, सरदार मतुफुर रहमान, राय बागेश्वरी प्रसाद, भट्टू महतो, जिले के स्वतंत्रता सेनानियों विशेषकर इस जिले के महान विभूतियों तथा अपने प्राणों की आहुति देकर स्वतंत्रता दिलाने वाले अन्य सभी अमर शहीदों के प्रति अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करता हूँ।
जिलावासियों, आपको बताते हुए हमे प्रसन्नता हो रही है कि गया जिला के जिला पदाधिकारी डाॅ॰ त्यागराजन एस॰एस॰ के नेतृत्व में जिले में एक विषेष पहल श्रवण श्रुति कार्यक्रम की शुरूआत की गई है, जिसमें अबतक जिले के 0-5 वर्ष तक के कुल 3 लाख 25 हजार 08 सौ 77 बच्चों के बहरेपन की जाँच की गई है। कुल-416 बच्चे का बेरा जांच किया गया, जिसमें से 81 बच्चे बेरा जांच में पाॅजीटीव पाये गये हैं। अबतक 22 बच्चों का सफल Cochlear Implant किया गया है। 335 बच्चे, जिन्हें Temporary Hearing Loss था, उन्हें दवा के माध्यम से ठीक किया गया है एवं 59 बच्चे का आॅपरेषन हेतु अन्य जांच किया जा रहा है।
स्वास्थ्य विभाग द्वारा AASMA (आसमा) कार्यक्रम के तहत गया जिले में तीन प्रखंड यथा कोंच, बोधगया एवं मानपुर में कुल 500 गर्भवती महिलाओं को चिन्हित किया गया है, जिनका हिमोग्लोबीन स्तर 9 ग्राम से कम है। वैसे महिलाओं को खाने, आयरण गोली एवं उनके व्यवहार परिवर्तन के माध्यम से हिमोग्लोबीन स्तर को बढ़ाने हेतु कार्य किया जा रहा है, जिसमें स्वास्थ्य, ICDS एवं जीविका का महत्वपूर्ण योगदान है।
जिलेवासियों, इस वर्ष कुल-17 प्री-फैब्रीकेटेड वार्ड में 340 बेड का निर्माण विभिन्न स्वास्थ्य संस्थानों में किया जायेगा, जिससंे मरीजों को बेहतर ईलाज में मदद मिलेगी। गया जिले के जय प्रकाष नारायण अस्पताल में *BLOOD CENTRE* का शुरूआत किया गया है। गया जिलान्तर्गत कुल-16 निजी अस्पतालों द्वारा प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (आयुष्मान भारत) अन्तर्गत सूचीबद्ध किया गया है।
जिले के सभी स्वास्थ्य उपकेन्द्र/अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों में E-Telemedicine की सुविधा शुरू की गई है, जिसके माध्यम से ए॰एन॰एम॰ द्वारा अपने क्षेत्र के मरिजों का बेहतर ईलाज हेतु चिकित्सक से परामर्श E-Telemedicine के माध्यम से करायी जा रही है। यह सुविधा सभी कार्य दिवस में दी जाती है। माह फरवरी से जुलाई, 2023 तक 1,55,728 लोगों को उपचार उपलब्ध कराया गया है।
जिलेवासियों, राज्य सरकार द्वारा पर्यटक को बढ़ावा देने के उद्देष्य तथा धार्मिक दृष्टिकोण से पितृपक्ष मेला महासंगम में तर्पण करने वाले श्रद्धालुओं एवं पर्यटकों को सालों भर पवित्र फल्गु नदी का पर्याप्त पानी उपलब्ध हो सके तथा देवघाट से सीताकुण्ड जाने हेतु सुविधाजनक मार्ग उपलब्ध कराने के लिए गया जिले में रबर डैम का निर्माण किया गया है, जो 411 मीटर लंबा तथा लगभग 312 करोड़ की लागत से बना रबर डैम बिहार के लिए एक आकर्षक तथा अद्भूत संरचना साबित हुई है।
जल संसाधन विभाग द्वारा गया तथा बोधगया शहरों में पेयजल हेतु शोधित गंगाजल की निर्वाध रूप से आपूर्ति की जा रही है। इस योजना अंतर्गत गंगाजल को गया से 150 किलोमीटर दूर हथदह स्थल से पाइप लाईन से लिफ्ट कर मोहड़ा प्रखण्ड के तेतर स्थल पर गंगाजी गया जलाषय में संग्रह किया जा रहा है। वहां से गंगाजल को मानपुर के पास शोधित कर गया एवं बोधगया में स्थित नगर विकास विभाग के सभी पानी टेंकों के माध्यम से घर-घर तक पहुँचाया जा रहा है। यह योजना एक मील का पत्थर साबित हो रहा है।
प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) के तहत् सामाजिक, आर्थिक एवं जाति जनगणना की सूची के आधार पर लाभुकों का चयन किया जाता है। इस योजना अंतर्गत लाभुक को 03 किष्तों में 1 लाख 30 हजार रूपये दिया जाता है। वित्तीय वर्ष 2016-17 से 2021-22 तक 2 लाख 06 हजार 97 इकाई लक्ष्य के विरूद्ध 99.99 प्रतिषत लक्ष्य प्राप्त किया गया है।
लोहिया स्वच्छ बिहार अभियान के तहत् द्वितीय चरण में *‘‘सक्षम बिहार स्वावलंबी बिहार‘‘* अंतर्गत सात निष्चय-2 में लक्षित ‘‘स्वच्छ गांव समृद्ध गांव‘‘ के उद्देष्य से वित्तीय वर्ष 2021-22 एवं 2022-23 में जिले के 147 ग्राम पंचायतों को लिया गया है, जिसमें प्रत्येक घरों में कुड़ेदान वितरण, कचरे का उठाव कर निष्पादन करना एवं सोख्ता के माध्यम से जल प्रबंधन किया जा रहा है। इस वर्ष शेष 173 ग्राम पंचायतों में भी ठोस एवं तरल अपषिष्ट प्रबंधन का कार्य प्रारम्भ किया जा रहा है।
जिलावासियों, गया जिला को आकांक्षी जिला *(Aspirants District)* घोषित किया गया है, जिसका तात्पर्य है कि गया जिला में स्वास्थ्य, षिक्षा, कृषि, सहित विभिन्न जनोपयोगी योजनाओं का क्रियान्वयन त्वरित गति से किया जाए। जिला प्रषासन इन योजनाओं में अच्छी उपलब्धि प्राप्त करने हेतु अग्रेसर है।
जिले के नक्सल प्रभावित क्षेत्रांे में सर्वागिंन विकास हेतु विषेष केन्द्रीय सहायता योजना अंतर्गत वित्तीय वर्ष 2017-18 से 2022-23 तक कुल-114 योजनाओं को विभिन्न प्रक्षेत्रों में विकास हेतु कार्य किया जाना है, जिसमें 62 योनजाओं को पूर्ण कर लिया गया है तथा शेष योजना क्रियान्वित की जा रही है।
जिले में मुख्यमंत्री निष्चय योजना पार्ट-02 अंतर्गत पंचायती राज विभाग द्वारा 31 पंचायतों में कुल-1461 सोलर स्ट्रीट लाईट का अधिष्ठापन किया गया है। शेष पंचायतों में सोलर स्ट्रीट लाईट लगाने का कार्य प्रगति पर है। 84 पंचायत सरकार भवनों का निर्माण कार्य पूर्ण किया गया है। साथ ही सभी पंचायत सरकार भवनों में त्ज्च्ै की सेवाएं दी जा रही है।
पंचायती राज विभाग द्वारा सभी ग्राम पंचायतों मंे पंचायत सचिव, कार्यपालक सहायक एवं डाटा इंट्री आॅपरेटरों के माध्यम से त्ज्च्ै काउन्टर पर सरकारी कार्याें का निष्पादन किया जा रहा है, जिससे ग्रामीण लाभान्वित हो रहे हैं।
जल-जीवन-हरियाली अभियान को बल देते हुए ग्राम पंचायतों में 1181 कुओं का जीर्णांेद्धार कराने के साथ-साथ कुओं के पास सोख्ता का निर्माण भी कराया गया है।
राज्य सरकार द्वारा अनुसूचित जाति एवं जनजाति समुदाय के लिए कई कल्याणकारी योजनाएं चलायी जा रही है। इसके अंतर्गत अनुसूचित जाति/जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम, मुख्यमंत्री अनुसूचित जाति/जनजाति छात्रावास अनुदान योजना, छात्रावास खाद्यान्न आपूर्ति योजना, मुख्यमंत्री अनुसूचित जाति उद्यमी योजना, सिविल सेवा योजना, महादलित सामुदायिक भवन का निर्माण इत्यादि। अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति अत्याचार अधिनियम के अंतर्गत इस वित्तीय वर्ष में 1 करोड़ 24 लाख 38 हजार 500 रूपये का वितरण कुल-197 पीड़ितों के बीच किया गया है।
जिले में कल्याण विभाग द्वारा संचालित कुल-14 आवासीय विद्यालयों में लगभग 3000 छात्र/छात्राओं को क्ठज् के माध्यम से राषि भेजी गई है।
कृषि के क्षेत्र मंे गया जिला निरंतर प्रगति कर रहा है। इस वर्ष प्रत्येक प्रखण्ड में तिल की खेती प्रारम्भ की गई है। चयनित किसानों को आत्मा, गया द्वारा प्रषिक्षण दिया गया है। जिले के लगभग 700 एकड़ क्षेत्र में तिल की बुआई की गई है। अन्य फसलों की तुलना में तिल की खेती आसान है। आने वाले दिनों में गया जिले में तिल क्रांति आएगी, जिससे किसानों के आर्थिक स्थिति में सुधार तथा रोजगार को बढ़ावा मिलेगा।
वित्तीय वर्ष 2023-2024 में 50 प्रतिषत अनुदान पर 8873 किसानों के बीच लगभग 2816 क्वीं धान बीज का वितरण किया गया है। साथ ही इस वित्तीय वर्ष में 104 किसानों को 1 लाख 32 हजार 9 नौ सैतिस रूपये डीजल अनुदान के रूप में दिया गया है।
जिलेवासियों, गया जिले के सभी प्रखंडों के प्रत्येक पंचायतों में सफलतापूर्वक जीविका कार्य कर रही है। वर्तमान समय में 54 लाख 52 हजार 18 परिवार, जीविका के 45,431 समूहों से जुड़कर अपन जिन्दगी बदल रहे हैं। मुझे यह बताने मंे हर्ष हो रहा है कि जीविका समूहों द्वारा अबतक 125 करोड़ रुपये से अधिक राशि की बचत की जा चुकी है। 45,431 स्वयं सहायता समूह में से 45,561 समूहों का बचत खाता विभिन्न बैंकों मंे खोला जा चुका है। 44,598 से अधिक समूहों को बैंक ऋण के रूप में 1700 करोड़ रूपये से अधिक की राशि उपलब्ध करवायी गयी है। गया जिले में जीविका दीदियों द्वारा 127 ग्राहक सेवा केन्द्रों का संचालन सफलतापूर्वक किया जा रहा है। इससे दीदियों को रोजगार का नया अवसर मिल रहा है।
दीन दयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल्य योजना के तहत वर्तमान समय में कुल 30 रोजगार-सह-मार्गदर्शन मेला का आयोजन किया गया है, जिसमें अबतक 8,097 प्रस्ताव पत्र (आफर लेटर), 3,993 युवाओं को रोजगार एवं मेला के माध्यम से रोजगार प्रधान कराया गया है। साथ ही 11,813 को ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान के माध्यम से प्रशिक्षित कराया गया है।
आपको बता दें कि नीरा उत्पादन एवं बिक्री में गया जिला पूरे राज्य में प्रथम स्थान पर है। 223 अस्थाई एवं 60 स्थाई केन्द्रों के माध्यम से यहाँ अबतक 19 लाख लीटर से अधिक नीरा का उत्पादन एवं बिक्री की गई है। बोधगया में नीरा से मिठाई एवं तिलकुट की बिक्री की जा रही है।
जिलेवासियों, आपको बताते हुए प्रसन्नता हो रही है कि गया जिला के जिला पदाधिकारी डाॅ॰ त्यागराजन एस॰एम॰ के नेतृत्व में एक अभिनव प्रयास के रूप में वर्ष 2022 से महादलित समग्र उत्थान कार्यक्रम की शुरूआत की गई है। इस कार्यक्रम के तहत् छूटे हुए महादलित परिवारों को प्रधानमंत्री आवास योजना, मुख्यमंत्री आवास योजना, सामाजिक सुरक्षा पेंषन योजना, परवरिष योजना, भूमिहीन परिवारों को वासभूमि उपलब्ध कराने के उद्देष्य से प्रत्येक माह में सभी प्रखण्डों के 05 महादलित टोलों का चयन कर विषेष कैम्प के माध्यम से प्राप्त आवेदनों पर त्वरित कार्रवाई की जाती है। साथ ही राषन कार्ड भी बनवाया जा रहा है।
आपको बता दें कि अभी तक इस योजना का 7वां चरण पूर्ण हो चुका है, जिसमें 23 हजार 1 सौ 41 परिवारों को आवास योजना, 2 हजार 29 परिवारों को वासभूमि, 10 हजार 7 सौ 49 परिवारों को राषन कार्ड तथा 2 हजार 49 व्यक्तियों को सामाजिक सुरक्षा पेंषन का लाभ प्रदान किया गया है तथा परवरिष योजना के तहत् 19 बच्चों को लाभान्वित किया गया है, जो किसी कारण से अपने माता-पिता या दोनों को खो चुके हैं।
गया जिला में 2 हजार 26 जन वितरण प्रणाली दुकानों के माध्यम से 6 लाख 72 हजार 8 सौ 52 राषन कार्डधारियों को राषन मुहैया कराया जा रहा है। जन वितरण प्रणाली दुकानों की कार्य प्रणाली को सुधार करने हेतु सरकार द्वारा DBT मषीन लगाया गया है। साथ ही Computerize के लिए पहल की जा रही है। इस जिले में अति-गरीब लोगों का चयन कर लगभग 80 हजार लोगों को अन्त्योदय योजना का राषन कार्ड निर्गत किया गया है, जिसमें लाभुक को 7 किलो गेंहू एवं 28 किलो चावल कुल-35 किलो मुफ्त अनाज उपलब्ध कराया जा रहा है।
जिले में अल्पसंख्यक कल्याणकारी योजनाओं का तेजी से क्रियान्वयन किया जा रहा है, जिसके तहत् मुख्यमंत्री विद्यार्थी प्रोत्साहन योजना अंतर्गत बिहार विद्यालय परीक्षा समिति (उच्चतर माध्यमिक) पटना से इंटरमीडिएट प्रथम श्रेणी से उत्तीर्ण अल्पसंख्यक (मुस्लिम) छात्राओं को 15 हजार तथा फौंकानिया एवं मौलवी के छात्र/छात्राओं को 10 हजार एवं 15 हजार की राषि प्रति छात्र/छात्रा की दर से प्रोत्साहन राषि दी जाती है। वित्तीय वर्ष 2023-24 में 02 करोड़ 99 लाख 10 हजार की राषि छात्रों के बैंक खाते में सीधे हस्तांतरित किया गया है।
तलाकषुदा/परित्यक्ता मुस्लिम महिला सहायता योजना के तहत् तलाकषुदा/परित्यक्ता महिलाओं की आर्थिक स्थिति को सुदृढ़ करने के उद्देष्य से एकमुष्त 25 हजार रूपये की राषि उपलब्ध कराई जाती है। इस वर्ष 52 आवेदनों को स्वीकृत कर लाभ पहुँचाया जा रहा है।
जिले में सामाजिक सुरक्षा की विभिन्न योजनाओं का क्रियान्वयन तेजी से किया जा रहा है। इस वित्तीय वर्ष कुल 04 लाख 08 हजार 312 पेंषनधारियों को विभिन्न पेंषन योजनाओं का लाभ माह जुलाई, 2023 तक दिया गया है। साथ ही मुख्यमंत्री सामथ्र्य योजना के तहत् 163 कृत्रिम अंग उपकरण का वितरण किया गया है। बिहार शताब्दी कुष्ठ कल्याण योजना के तहत् 445 लाभार्थियों को 1500 रूपये प्रतिमाह की दर से मई, 2022 तक क्ठज् द्वारा भुगतान किया गया है।
जिले के बेरोजगार युवाओं को रोजगार मुहैया कराने के उद्देष्य से अवर प्रादेषिक नियोजनालय, गया सतत् प्रयासरत है। इस विभाग द्वारा प्रत्येक माह 04 जाॅब कैम्प तथा इस वर्ष कुल-20 जाॅब कैम्प का आयोजन कर लगभग 1100 अभ्यर्थियों का चयन किया गया है।
प्रत्येक वर्ष दो दिवसीय प्रमण्डल स्तरीय नियोजन मेला का आयोजन किया जाता है, जिसमें इस वर्ष 2023 में लगभग 2500 अभ्यर्थियों का चयन किया गया है।
मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना के तहत् बच्चे के जन्म पर 2,000 रूपये एवं कन्या के एक वर्ष पूर्ण होने तथा आधार पंजीकरण कराने पर 1,000 रूपये की राषि मुहैया करायी जाती है। जिले में कुल 14 हजार 8 सौ 42 लाभुकों को पंजीकृत कर लाभ पहुँचाया जा रहा है।
प्रधानमंत्री मातृ वन्दना योजना के अंतर्गत पहली बार गर्भधारण करने वाली महिलाओं को 3 किस्तों में 5,000 रूपये की राषि उपलब्ध कराया जा रहा है। इसके तहत् वित्तीय वर्ष 2022-23 में 22 हजार 04 सौ पच्चास लाभुकांे को पंजीकृत कर लाभ पहुँचाया जा रहा है।