पितृपक्ष मेला 2023 के सफल आयोजन तथा देश विदेश से आने वाले तीर्थयात्रियों को बेहतर से बेहतर सुविधा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से पूर्व में किए जा रहे तैयारियों का जायजा

पितृपक्ष मेला 2023 के सफल आयोजन तथा देश विदेश से आने वाले तीर्थयात्रियों को बेहतर से बेहतर सुविधा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से पूर्व में किए जा रहे तैयारियों का जायजाः 
डीएम।
गया, 23 अगस्त 2023,
रिपोर्टः डीकेपंडित गयाबिहार 
 पितृपक्ष मेला 2023 के सफल आयोजन तथा देश विदेश से आने वाले तीर्थयात्रियों को बेहतर से बेहतर सुविधा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से पूर्व में किए जा रहे तैयारियों का जायजा आज जिला पदाधिकारी, गया डॉ० त्यागराजन एसएम द्वारा सीता कुंड, सीता पथ, गयाजी डैम, देवघाट, गजाधर घाट इत्यादि का निरीक्षण कर यात्रियों की सुविधा हेतु आवश्यक निर्देश दिए हैं।
        सीता कुंड निरीक्षण के दौरान जिला पदाधिकारी में नगर निगम के अभियंता को निर्देश दिया कि टूटे हुए टाइल्स को तेजी से ठीक करवाएं। उन्होंने नगर आयुक्त को निर्देश दिया कि बाईपास पूल से सिथकुण्ड तक एवं सीताकुंड से सीता पथ होते हुए गयाजी डैम के पूल तक रौशनी की पूरी व्यवस्था रखें। आवश्यकता का आकलन करते हुए स्ट्रीट लाइट लगवाने सुनिश्चित करें। उन्होंने नगर आयुक्त को निर्देश दिया कि सीता कुंड में पानी की व्यवस्था दुरुस्त रहे इसका आकलन करते हुए अभी से ही कार्य करवाना प्रारंभ करें।
        जिला पदाधिकारी ने बताया कि वन विभाग से समन्वय स्थापित कर पितृपक्ष मेला के पहले सीता पाठ में 100 से अधिक पौधे लगाए जाएंगे।
        गया जी डैम में वर्तमान में औसतन 10 फ़ीट पानी भरा हुआ है।
        सीता पथ में पैदल भर्मण के दौरान डीएम ने पर्यपत लाइट लगवाने के साथ साथ पीएचडी विभाग को सीता पत्र में पर्याप्त टॉयलेट, चेंजिंग रूम की व्यवस्था करवाने का निर्देश दिए, ताकि पितृपक्ष मेला में यहां पर तर्पण करने आने वाले यात्रियों को सुवधा दिया जा सके। 
            जिला पदाधिकारी ने कार्यपालक अभियंता एलएईओ को निर्देश दिया कि शमशान घाट, देवघाट, गजाधर घाट होते हुए गयाजी डैम तक जितने भी टूटे हुए टाइल्स हैं उसे अविलंब ठीक करवाएं। जिला पदाधिकारी ने नाराजगी प्रकट किया कि काफी धीमी प्रगति से टाइल्स मरम्मत का कार्य हो रहा है उन्होंने लेबर की संख्या बढ़कर तेजी से कम करने को कहा। उन्होंने कहा कि जैसे-जैसे टाइल्स बचाने का काम होते जा रहा है उसी के अनुरूप सफाई भी करवाते चलें। घाट आने वाले रास्ते में नगर निगम को निर्देश दिया कि घाट का रास्ता खूबसूरत दिखें इसके लिए पेंटिंग करवा साथ ही सीढ़ी के रेलिंग को पेंट करवाये।
         उन्होंने सफाई प्रभारी अभियंता नगर निगम शैलेंद्र कुमार को निर्देश दिया कि देवघाट एवं सटे हुए अन्य घाटो में तर्पण करने वाले क्षेत्रों में पर्याप्त संख्या में 240 लीटर क्षमता वाले डस्टबिन लगवाना सुनिश्चित करें। भ्रमण के दौरान देवघाट जे समीप नदी के पानी में एक बिजली का खंबा शेष बचा है उसे हटवाने का निर्देश दिए। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिया कि देवघाट में किसी भी हाल में आवारा पशु घूमता हुआ ना रहे, इसे सुनिश्चित कराएं साथ ही कोई भी दो पहिया वाहन घाट पर ना पहुंचे , इसके लिए जो भी आवश्यक कार्य है उसे पूर्ण करावे।
          पिछले 1 सप्ताह से विशेष अभियान चलाया जा रहा है। आवारा पशु को पकड़कर गौशाला में रखा गया है। देश विदेश से आए तीर्थ यात्रियों को कोई नुकसान ना पहुंचे। अब देर रात्रि में भी आवारा पशुओं को पकड़ने का कार्य किया जाएगा।
          निरीक्षण के दौरान निर्देश दिए की घुगड़ी ताड़, चंद चौरा, मंगला गौरी, गोदावरी, अक्षय वट, बाईपास इत्यादि क्षेत्र में रोड पर संचालित विभिन्न खटाल को नोटिस देते हुए अतिक्रमण हटवाये।
        निरीक्षण के क्रम में नगर आयुक्त गया नगर निगम,   सहायक समाहर्ता, वरीय उप समाहर्ता राजीव रंजन, वरीय उप समाहर्ता सह नोडल पदाधिकारी पितृपक्ष मेला रविंद्र कुमार दिवाकर, पुलिस उपाधीक्षक विधि व्यवस्था, पुलिस उपाधीक्षक नगर, संबंधित विभागों के पदाधिकारियों, विष्णुपद के पुरोहितो सहित अन्य सहायक पदाधिकारी उपस्थित थे।