राष्ट्र के युवाओं को बनना होगा आत्मनिर्भर: अभाविप.*

*राष्ट्र के युवाओं को बनना होगा आत्मनिर्भर: अभाविप.* 
रिपोर्टः डीकेपंडित 
गया। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद, गया द्वारा छात्र संवाद सह स्वावलंबी भारत पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया. इस कार्यक्रम के मुख्य वक्ता के रूप में अभाविप खेल आयाम के प्रमुख प्रदीप शेखावत जी का आगमन हुआ इस कार्यक्रम का विधिवत उद्घाटन मगध विश्वविद्यालय परिसर के राधाकृष्णन सभागार में दीप प्रज्वलित एवं विवेकानंद और मां शारदे के तैलय चित्र पर पुष्प अर्पित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया. विषय छात्र संवाद सह स्वावलंबी भारत पर मुख्य अतिथि के रूप में अखिल भारतीय खेल आयाम प्रमुख प्रदीप शेखावत जी, प्रदेश सहमंत्री सूरज सिंह, बोधगया नगर अध्यक्ष संजीव पाण्डे सर, मगध विश्वविद्यालय कैंपस अध्यक्ष देवेश दुबे, मगध विश्वविद्यालय संयोजक पुष्कर अग्रवाल उपस्थित रहे. मंच संचालन व अतिथि परिचय जिला संयोजक राजीव रंजन कुमार ने किया.

संगोष्ठी को संबोधित करते हुए खेल आयाम के प्रमुख प्रदीप शेखावत ने बताया कि आज भारत के युवा वर्ग शिक्षा अध्ययन के साथ-साथ स्वावलंबन पर भी अध्ययन करने व जीवन में उतारने की बहुत जरूरत है. आज के युवा सरकारी नौकरी के पीछे लगे पड़े हैं जबकि यह सीमित है. भारत के शिक्षा, संस्कृति और भारत के राष्ट्रनायको पर गर्व करते हुए स्वाबलंबन के माध्यम से आत्म निर्भर भारत बनाने के लिए युवाओं को आगे आना होगा. विदेशी आक्रांताओं ने इस देश को लूटने का प्रयास किया और मैकाले की शिक्षा पद्धति को थोपने का प्रयास किया. स्थानीय स्तर के उद्यमी पर भरोसा कर सरकार के विभिन्न योजनाओं का लाभ लेकर आंत्रप्रेन्योर में भविष्य तलाशने की आवश्यकता है. इस राज्य और देश में कई युवाओं ने कठिन परिश्रम और शिक्षा के माध्यम से उदाहरण प्रस्तुत किया है.

वहीं युवाओं को संबोधित करते हुए प्रदेश सह मंत्री सूरज सिंह ने बताया कि आज के समय में महिलाओं को सशक्त बनाने की बात कही जाती है. अब पहले जैसा नहीं रह गया है कि घर के लड़कों को ही शिक्षा दी जाये, उन्हें ही घर से बाहर काम करने की इजाज़त है. आज समय बदल चूका है, छात्राएं भी कंधे से कन्धा मिलाकर काम कर रही है. ऐसा कोई काम या क्षेत्र नहीं है, जहाँ लड़कियों ने अपना लोहा नहीं मनवाया है. महिलाएं शादी के बाद अपने घर, बच्चे व ऑफिस का काम बखूबी संभाल लेती है. महिलाओं के स्वावलम्बी होने से उनमें आत्मविश्वास तो आता ही है, इसके साथ ही वे जीवन की हर लड़ाई से लड़ने के लिए तैयार भी होती है. कब कैसी समस्यांए आ जाये, हम नहीं जानते. महिलाओं पर पुरे परिवार की ज़िम्मेदारी होती है, धन संबंधी समस्या आने पर स्वावलम्बी औरतें अपने दम पर इसे हल कर लेती है.

बोधगया नगर अध्यक्ष प्रो• संजीव पाण्डे ने कहा कि आज जो देश विदेश के बड़े-बड़े अमीर, कामयाब इन्सान है, उन्होंने भी स्वावलंबन का हाथ थामा. जब इन लोगों ने अपने काम की शुरुआत की तब इनके पास अपनी मेहनत, लगन थी. जिसके सहारे ये लोग अपने आप को कामयाब बना पायें है. ये बड़े बड़े आदमी आज हजारों लोगों को रोजगार दे रहे हैं. इस कार्यक्रम को विश्वविद्यालय संयोजक पुष्कर अग्रवाल ने संबोधित करते हुए स्वाबलंबन पर जोर दिया. साथ ही इस कार्यक्रम का धन्यवाद ज्ञापन अभाविप मगध विश्वविद्यालय परिसर अध्यक्ष देवेश दुबे ने किया.

इस कार्यक्रम में अभाविप जिला प्रमुख डॉ गोपाल जी सिंह, प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य अनिरुद्ध सेन, गया महानगर मंत्री मैक्स अवस्थी, पवन मिश्रा, विनायक सिंह, रितिक रोशन, लक्ष्मीकांत शर्मा, विवेक कुमार, हिमांशु कुमार, शिवम शर्मा, आयुष कुमार, अभिजीत कुमार, साजन चंद्रा, पुजा कुमारी, दिव्या सिंह, आरभ सिंह, कार्यकर्ता उपस्थित रहे.