पाखंड पर आधारित संस्कृति को नकारने की जरूरत: प्रो. रामकृष्ण

पाखंड पर आधारित संस्कृति को नकारने की जरूरत: प्रो. रामकृष्ण

 अर्जक संघ के तत्वाधान में शोक सभा का आयोजन 

रिपोर्ट :विनोद विरोधी

 गया।मानववादी संगठन अर्जक संघ के तत्वाधान में जिले के बाराचट्टी प्रखंड के पदुमचक गांव में शोकसभा का आयोजन किया गया ।जिसकी अध्यक्षता संघ के जिलामंत्री व वरिष्ठ पत्रकार विनोद विरोधी ने किया। इस अवसर पर उपस्थित लोगों ने मृतक रामदेव मांझी के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित किया। शोक सभा में संघ के पूर्व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व गया कॉलेज गया के भूगोलविद् प्रो. रामकृष्ण प्रसाद यादव ने दिवंगत रामदेव मांझी के प्रति अपनी शोक संवेदना प्रकट करते हुए कहा कि पुनर्जन्म, अंधविश्वास व भाग्य -भगवान कोरा कल्पना है।इस भ्रमजाल को हम सबों को नकारने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि देश में विषमता मूलक संस्कृति का प्रचलन बढ़ गया है, जिससे समाज में श्रम करने वालों को हेय दृष्टि से देखा जाता है। वहीं ठग व लूटकर खाने वाले को समाज में सम्मान व प्रतिष्ठा कायम है। सभा को संबोधित करते हुए शोषित समाज दल के प्रांतीय उपाध्यक्ष राम भजन मानव ने कहा कि महामना रामस्वरूप वर्मा, ललई सिंह यादव, महात्मा ज्योतिबा फुले सरीखे महापुरुषों के नक्शे कदम पर चलकर ही समाज व देश में बदलाव लाया जा सकता है। इस मौके पर अपने विचार प्रकट करने वालों में वीरेंद्र अर्जक, परमेश्वर अर्जक, राजेंद्र प्रसाद सिंह अधिवक्ता,डॉ. राजकुमार बौद्ध, पूर्व मुखिया जानकी प्रसाद यादव ,राजेंद्र प्रसाद मेहता ,अर्जक संघ के जिला अध्यक्ष प्रहलाद राय, श्याम बिहारी यादव ,लालधारी मंडल, जितेंद्र कुमार,अविनाश कुमार ,नागमणि प्रसाद ,रजनीकांत रवि, हरेंद्र सिंह भोक्ता ,सुरेश कुमार दास,सविता देवी, उर्मिला देवी, सोनी कुमारी, ज्योति कुमारी समेत अन्य गणमान्य लोग शामिल थे।