पितृपक्ष मेला के अवसर पर देश-विदेश से आने वाले तीर्थ यात्रियों को बेहतर से बेहतर सुविधा प्रदान करने के उद्देश्य से आज अहले सुबह ज़िला पदाधिकारी गया डॉ० त्यागराजन एसएम ने मेला क्षेत्र का पैदल


पितृपक्ष मेला के अवसर पर देश-विदेश से आने वाले तीर्थ यात्रियों को बेहतर से बेहतर सुविधा प्रदान करने के उद्देश्य से आज अहले सुबह ज़िला पदाधिकारी गया डॉ० त्यागराजन एसएम ने मेला क्षेत्र का पैदल घ घूम कर निरीक्षण

गया 27 सितंबर 2023, 
रिपोर्टः डीकेपंडित
पितृपक्ष मेला के अवसर पर देश-विदेश से आने वाले तीर्थ यात्रियों को बेहतर से बेहतर सुविधा प्रदान करने के उद्देश्य से आज अहले सुबह ज़िला पदाधिकारी गया डॉ० त्यागराजन एसएम ने मेला क्षेत्र का पैदल घ घूम कर निरीक्षण किया। देव घाट, संगत घाट, गया जी डैम, शमशान घाट, मंदिर परिषर एवं संकीर्ण गलियों सहित अन्य बिंदुओ पर प्रतिनियुक्त सभी दंडाधिकारियों, पुलिस पदाधिकारी, जोनल, सेक्टर पदाधिकारी, महिला दंडाधिकारी को अपने जोन में पूरी सक्रियता से आने वाले सभी तीर्थयात्रियों को सहयोग करने को कहा। उन्होंने कहा कि देश विदेश से आने वाले तीर्थ यात्री ज्यादातर ओल्ड एज/ वृद्धा अवस्था वाले रहते हैं इसे ध्यान में रखते हुए पूरी विनम्रता के साथ व्यवहार करें। संकीर्ण गलियों में एकाएक जाम न हो इसके लिये लगातार यात्रियों को एक फ्लो के साथ निकालते रहे। इस वर्ष पहली बार वाकी टॉकी के माध्यम से विभिन्न निकास द्वार, इंट्री पॉइंट, घाट एवं संकीर्ण गलियों में वाकी टॉकी के साथ पदाधिकारी की प्रतिनियुक्ति की गई है ताकि वो अपनी पूरी निगरानी में यात्रियों के भीड़ को देखते हुए कतारबद्ध तरीके से मंदिर एवं घाट में भेजा जा सके। संकीर्ण गलियों एवं मंदिर परिसर में फिसलन न हो इसके लिये पूरी सफाई व्यवस्था दुरुस्त रखने का निर्देश दिया है।
    सभी वॉकी-टॉकी के साथ प्रतिनियुक्ति पदाधिकारी को निर्देश दिया की क्राउड मैनेजमेंट सबसे प्रमुख चलेंगे रहेगा, इसे पूरी तात्पर्यता के साथ अनुपालन कराएंगे। उन्होंने कहा कि किसी भी तीर्थयात्री को जान माल का क्षति नहीं हो, कोई व्यक्ति तालाब में नहीं दुबे इसका पूरा ध्यान रखना होगा। फल्गु नदी घाट निरीक्षण के दौरान जिला पदाधिकारी ने कार्यपालक अभियंता भवन प्रमंडल को निर्देश दिया कि नदी में पानी का लेवल को अच्छे से आकलन करते हुए पूरी मजबूती के साथ बैरिकेटिंग करवाये। किनारे पर जहां अधिक गहरा पानी है वहां पर नजदीक पर ही बैरिकेटिंग करवाये। निरीक्षण के दौरान पर बने पंडाल में यात्रियों की सुविधा हेतु लगाए गए पंखे की संख्या कम रहने पर टेंट पंडाल के संवेदक को निर्देश दिया कि त्वरित गति से पंखा की संख्या को बढ़ावे। इसके अलावा घाट पर जहां भी खाली पड़े स्पेस हैं वहां पर यात्रियों को बैठने हेतु पंडाल का विस्तार करें। श्मशान घाट से गयाजी डैम तक 13 सेक्टर में बांटा गया है ताकि भीड़ पर पूरी निगरानी रखी जा सके। घाट में/ संकीर्ण गलियों एवं अन्य भीड़ भाड़ वाले क्षेत्रों में यदि कोई रास्ता अवरूद्ध करके ठेला खोमचा या फल दुकान/ गुमटी लगाया हुआ है तो उसे अनुमंडल पदाधिकारी तुरंत हटवाना सुनिश्चित करावे।
        उन्होंने कहा कि विष्णु पद मंदिर के इर्द-गिर्द देव घाट के जाने वाले रास्ते काफी संकीर्ण है। इन सभी बिंदु को चौक पॉइंट चिन्हित किया गया है तथा भीड़ नियंत्रण के लिए अलग से अतिरिक्त पदाधिकारी एवं पुलिस पदाधिकारी की टीम रखी गई है ताकि कहीं भी भगदड़ की स्थिति नहीं हो सके।
      घाट पर तर्पण के तुरंत बाद मंदिर दर्शन करने की भीड़ यात्रियों की रहती है।  इस चीज पर विशेष ध्यान एवं सतर्कता बरतनी है कि तीर्थयात्री आसानी से कतारबद्ध तरीके से मंदिर में दर्शन करें। तीर्थ यात्रियों के आवागमन का पूरा स्मूथली रखे। डीएम ने मंदिर के अंदर से सोलह वेदी होते हुए घाट जाने का रास्ता, मंदिर से गजाधर घाट जाने का रास्ता, मंदिर से दिव्यालोल घाट होते हुए खड़े सीढ़ियों तथा मंदिर गर्वगृह में कही कोई फिसलन न हो इसपर पूरा ख्याल रखें। लगातार सफ़ाई करवाते रहे। भीड़ निकासी निरंतर करवाते रहे। संकीर्ण रास्ता या गर्वगृह में अनावश्यक कोई ज्यादा देर तक खड़ा न रहे इसपर भी नजर रखे। जिला पदाधिकारी ने कहा कि सेफ्टी एवं सिक्योरिटी के साथ सभी तीर्थ यात्रियों को दर्शन करवाये। तीर्थ यात्रियों को कोई परेशानी ना हो इसी उद्देश्य के साथ आप कार्य करें। 
    किसी भी क्षेत्र में तीर्थ यात्रियों को किसी प्रकार का कोई ह्रास नहीं किया जाए, इसे सुनिश्चित करवाये। सभी तीर्थ यात्रियों के साथ अच्छा एवं मधुर व्यवहार रखें पूरे सेवा भाव के साथ अपनी ड्यूटी करें, ताकि वह एक अच्छी सकारात्मक छवि लेकर वह अपने घर वापस लौटे।
    इस अवसर पर विभिन्न स्थान पर प्रतिनियुक्ति सभी दंडाधिकारी एवं पुलिस पदाधिकारी उपस्थित थे।