केन्द्र सरकार की अनदेखी के कारण विश्व प्रसिद्द पितृपक्ष मेला को राष्ट्रीय मेला का दर्जा नही मिलना दुर्भाग्यपूर्ण*

* केन्द्र सरकार की अनदेखी के कारण विश्व प्रसिद्द पितृपक्ष मेला को राष्ट्रीय मेला का दर्जा नही मिलना दुर्भाग्यपूर्ण*
रिपोर्टः डीकेपंडित
         गया।   विश्व के हिन्दू धर्मावलमवियो का विख्यात पितृपक्ष मेला जो प्रतिवर्ष अतिप्राचीन, अन्तर्राष्टीय ख्याती प्राप्त विश्व पर्यटन मानचित्र पर स्थान रखने वाला मोक्ष की धरती गया मे लाखो, लाख की संख्या मे लोग देश, विदेश से पिंडदान करने आते है। 
          बिहार प्रदेश कांग्रेस कमिटी के प्रदेश प्रतिनिधि सह प्रवक्तता प्रो विजय कुमार मिठु, विष्णुपद मंदिर प्रबंधकारिणी समिति के सचिव कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता गाजो लाल पाठक, कांग्रेस  उपाध्य्क्ष बाबूलाल प्रसाद सिंह, दामोदर गोस्वामी, नारायण प्रपन्न दिपु लाल भईया, राम प्रमोद सिंह, प्रदुमन दुबे, अभिसेक श्रीवास्तव, उदय शंकर पालित, शिव कुमार चौरसिया, राजीव रंजन गया कॉलेज, सुरेन्द्र मांझी, श्रीराम दुबे, राजेश अग्रवाल, सूजीत गुप्ता, आदि ने कहा की बिहार मे 14  राज्यस्तरीय सहित कुल 47 विभिन्न मेलो मे से किसी को राष्ट्रीय दर्जा प्राप्त नही होना बेहद दुर्भाज्ञयपूर्ण है। जबकि गया का विश्व प्रसिद्द पितृपक्ष मेला एवम सोनपुर का विश्व प्रसिद्द पशु मेला दोनों राष्ट्रीय मेला का सभी अहरतायें रखती है।
           नेताओ ने कहा की पितृपक्ष मेला को राज्य सरकार द्वारा राजकिय मेला का दर्जा प्राप्त है, तथा राज्य के लोकप्रिय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के भागीरथी प्रयास से राबर डेम, सहित मेला को देश, विदेश मे बेहतर सुविधा की चर्चा हो इसके लिए हमेशा प्रयासरत रहते है। 
     नेताओ ने महामहिम राष्ट्रपति , प्रधनमन्त्री, तथा केन्द्रीय पर्यटन मंत्री से पितृपक्ष मेला को आविलंब राष्ट्रीय मेला घोषित किया जाए ताकि मेला मे आने वाले देश, विदेश के श्रध्दालुओ को और बेहतर सुविधा मिल सके।