"नई शिक्षा नीति 2020 के संदर्भ में संस्कृत की उपादेयता" विषय पर एक दिवसीय राष्ट्रीय गोष्ठी का आयोजन

नई शिक्षा नीति 2020 के संदर्भ में संस्कृत की उपादेयता" विषय पर एक दिवसीय राष्ट्रीय गोष्ठी का आयोजन 
रिपोर्टः डीकेपंडित  गया बिहार
 बिहार के मगधविश्वविद्यालय बोधगया  में स्नातकोत्तर संस्कृत विभाग,गुणवत्ता एवं आकलन प्रकोष्ठ, मगध विश्वविद्यालय तथा संस्कृत भारती के संयुक्त तत्वावधान में मन्नूलाल पुस्तकालय सभागार में "नई शिक्षा नीति 2020 के संदर्भ में संस्कृत की उपादेयता" विषय पर एक दिवसीय राष्ट्रीय गोष्ठी का आयोजन किया गया जिसमें विभिन्न विभागों के विभागाध्यक्षों, प्राध्यापकों एवं छात्र- छात्राओं ने बढ़ चढ़ कर प्रतिभागिता की l इस कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में बेंगलुरु, कर्नाटक से पधारे संस्कृत भारती के अखिल भारतीय महामंत्री श्री सत्यनारायण भट्ट जी उपस्थित रहे जिन्होंने नई शिक्षा नीति के अंतर्गत संस्कृत की उपादेयता, महत्व और वैश्विक परिदृश्य में संस्कृत के संवर्धन की आवश्यकता एवं भारत के विश्व गुरु बनने के लिए संस्कृत को सेतु रूप बताते हुए संस्कृत एवं मातृभाषा में अध्ययन की आवश्यकता पर अपने विचार रखेंl कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में संस्कृत भारती, बिहार प्रांत के संगठन मंत्री श्री श्रवण कुमार जी उपस्थित रहे जिन्होंने लघु कथाओं के माध्यम से संस्कृत की गौरव गाथा का प्रणयन कियाl  कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रही गुणवत्ता एवं आकलन प्रकोष्ठ की वरिष्ठ सदस्य एवं अंग्रेजी विभाग की पूर्व विभागाध्यक्ष प्रोफेसर निभा सिंह ने प्राथमिक स्तर से संस्कृत को हिंदी और अंग्रेजी की भांति वर्णमाला क्रम से बच्चों को सीखने की आवश्यकता पर जोर दिया और कहा कि ऐसा करने पर ही अगली पीढ़ी को संस्कृत के अध्ययन, अनुसंधान एवं अनुप्रयोग के लिए तैयार किया जा सकेगाl गुणवत्ता एवं आकलन प्रकोष्ठ के सह समन्वयक डॉ शैलेंद्र सिंह ने संस्कृत भाषा के प्रचार प्रसार के लिए स्नातकोत्तर संस्कृत विभाग की ओर से शीघ्र आरंभ होने जा रहे सरल संस्कृत संभाषण प्रमाणपत्रीय कार्यक्रम (सर्टिफिकेट कोर्स इन स्पोकन संस्कृत) में सहयोग के लिए संस्कृत भारती से आह्वाहन किया तथा एम ओ यू पर हस्ताक्षर करने का प्रस्ताव रखाl मुख्य वक्ता एवं विशिष्ट अतिथि द्वारा इस पर सहमति और स्वीकृति भी प्राप्त हो गई हैl कार्यक्रम के संयोजक संस्कृत विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो.मुनेश्वर प्रसाद ने अतिथियों का स्वागत करते हुए उन्हें खादा, भगवान बुद्ध की प्रतिमा तथा श्रीमद्भगवतगीता पुस्तक देकर सम्मानित कियाl समग्र कार्यक्रम की परिकल्पना, संयोजन  एवं परिणिती में आयोजन सचिव डॉ.एकता वर्मा एवं डॉ. मेहरा के साथ ही गुणवत्ता एवं आकलन प्रकोष्ठ के सह समन्वयक डॉ.शैलेंद्र सिंह की महनीय भूमिका रहीl कार्यक्रम का संचालन विभागीय प्राध्यापिका डॉ.एकता वर्मा ने तथा धन्यवाद ज्ञापन डॉ.ममता मेहरा के द्वारा किया गयाl इस अवसर पर डॉ.ममता मेहरा द्वारा उ. प्र. संस्कृत संस्थान, लखनऊ द्वारा पुरस्कृत उनकी पुस्तक 'यजुर्वेद में दार्शनिक तत्व' भी अतिथि विद्वानों को भेंट स्वरूप दी गईl      
        कार्यक्रम में संस्कृत विभाग के पूर्व विभागाध्यक्ष प्रो. रामप्रवेश कुमार, मगध विश्वविद्यालय के छात्र कल्याण अधिष्ठाता प्रो.बृजेश राय ,मानविकी संकाय के संकायाध्यक्ष प्रो.विनय कुमार, आई क्यू ए सी के सभी सदस्यों के साथ ही विभिन्न विभागों के विभागाध्यक्ष एवं अध्यापकों ने सहभागिता की l कार्यक्रम का आरंभ विभागीय छात्र कुमार कौशलेंद्र के द्वारा मंगलाचरण एवं छात्रा सपना कुमारी के द्वारा सरस्वती वंदना की प्रस्तुति के साथ हुआ तथा समापन राष्ट्रगान के साथ किया गयाl