गया जिले के बोधगया एवं खिजरसराय प्रखंड में धान के कीट-व्याधियों के प्रकोप से संबंधित षिकायतें प्राप्त हुई है। स्थलीय जाँच में BPH कीट (फूदका कीट/भूरा मधुआ) का आक्रमण
धान की फसल पर रोकथाम व्यवस्था जोरःडीएम ने किया
बैठक
*BPH (फूदका कीट/भूरा मधुआ)*
रिपोर्टः डीकेपंडित
आज दिनांक 09.10.2023करे गया जिले के बोधगया एवं खिजरसराय प्रखंड में धान के कीट-व्याधियों के प्रकोप से संबंधित षिकायतें प्राप्त हुई है। स्थलीय जाँच में BPH कीट (फूदका कीट/भूरा मधुआ) का आक्रमण पाया गया।
BPH कीट (फूदका कीट/भूरा मधुआ) का आक्रमण अगस्त-सितम्बर से प्रारम्भ होकर धान की कटाई तक रहता है। इस कीट का आक्रमण जिन खेतो में यूरिया का उपयोग बहुत ज्यादा तथा पोटाष एवं फाॅस्फेट का उपयोग कम किया गया है वहाँ ज्यादा होता है अर्थात जिन धान के खेतों में यूरिया का बहुतायत मात्रा मंे उपयोग होता है उन खेतों में BPH (फूदका कीट/भूरा मधुआ) का आक्रमण होता है। प्रारम्भ में ये कीट थोड़ी जगह पर आक्रमण करते है, फिर ये कीट रिंग/गोलाई में आगे बढ़ते है। BPH (फूदका कीट) के कीट धान के तनों पर चिपके रहते है तथा इसका जूस/रस पी जाते है। इससे पौधे शक्तिहीन होकर लूँज-पूँज पुआल हो जाते है। इन पुआलों को जानवर भी नही खाते है। ज्यादा समय तक नियंत्रण नही होने पर पूरे खेत को बर्बाद कर देते है। निम्फ तथा एडल्ट दोनों पौधो को प्रभावित करते है।
रोकथाम नियंत्रण - प्रभावित धान फसल के चारो तरफ हरा भाग इस कीट का संभावित क्षेत्र होता है। अतः प्रभावित धान फसल के चारो तरफ सात कदम (डेग) बढ़कर गोलाई में धान के पौधों पर इमिडाक्लोप्रिड 40%WG एवं इथिप्रोल 40%WP का मिश्रण 40.0 GM/एकड़ की दर से घोल बनाकर छिड़काव करना चाहिए। इमिडाक्लोप्रिड 40%WG एवं इथिप्रोल 40%WP का मिश्रण विभिन्न ट्रेड नामों से उपलब्ध है। Bayer कम्पनी का Glamour 80%WG भी इसमें एक है। ये दोनों Systemetic Insecticide है। पाँच दिनों के बाद Lambda Cyhalothrin 5% EC (कराटे) 1 ml/liter की दर से छिड़काव करें। UPL & Plant Remedies कम्पनी का ।Acephate 75%SP आषाटाॅप नाम से बाजार में उपलब्ध है। इमिडाक्लोप्रिड 17.8%SL का भी छड़काव कर सकते है।