राजनीतिक प्रचार के लिए देश के बहादुर सैनिको का इस्तेमाल नहीं करे मोदी सरकार _ कॉंग्रेस *

राजनीतिक प्रचार के लिए देश के बहादुर सैनिको का इस्तेमाल नहीं करे  मोदी सरकारःकॉंग्रेस  
रिपोर्टः डीकेपंडित गयाबिहार 
          बिहार के गया  की सेना पूरे देश की सेना है और हम देशवासियों को गर्व  है कि हमारी बहादुर सेना  कभी भी देश की आंतरिक राजनीति का हिस्सा नहीं बनी।
          बिहार प्रदेश कॉंग्रेस कमिटी के प्रदेश प्रतिनिधि सह प्रवक्ता प्रो विजय कुमार मिट्ठू,  पूर्व विधायक मोहम्मद खान अली,  जिला कॉंग्रेस उपाध्यक्ष बाबूलाल प्रसाद सिंह, राम प्रमोद सिंह,  दामोदर गोस्वामी,  श्रावण पासवान, विपिन बिहारी सिन्हा, कुंदन कुमार,  प्रद्युम्न दुबे,  अभिषेक श्रीवास्तव, उदय शंकर पालित, मोहम्मद समद, अहमद राजा खान,  मिथिलेश सिंह,  विनोद उपाध्याय, आदि ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार साढ़े नौ साल के दौरान महँगाई, बेरोजगारी और सभी मोर्चे पर विफल रहने के बाद अब भारतीय सेना से अपना राजनीतिक प्रचार करवाने का बेहद गलत प्रयास कर रही है। सेना का राजनीतिकरण करने का यह प्रयास बेहद खतरनाक कदम है।
         मोदी सरकार ने अपने फ्लैगशिप योजनाओं जैसे नारी सशक्तिकरण,  उज्ज्वला, आत्मनिर्भर  और सक्षम भारत को जनता के  बीच  ले जाने के काम मे अब सैन्य और रक्षा प्रतिष्ठानों को भी शामिल किया जा रहा है। रक्षा मंत्रालय ने थल सेना,  वायु सेना,  नौसेना के अलावे डीआरडीओ, बी आर ओ को देश के नौ शहरों मे सेल फ़ी पॉइंट्स बनाने को कहा गया है। यहाँ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की फोटो के साथ सेल फ़ी  पॉइंट्स बनेंगे जो रेल्वे,  बस स्टैंड, मॉल,  पर्यटक स्थल पर होगी।
            नेताओं ने कहा कि मोदी सरकार , भाजपा, पानी की तरह लाखों करोड़  विज्ञापनों पर खर्च करने के बाद भी प्रचार औऱ चेहरा चमकाने, देशवासियों को गुमराह करने के बाद भी आगामी देश  के  पांच  राज्यों  मे  हो रही विधानसभा चुनावों  tatha 2024 मे  होने   वाले लोकसभा चुनाव मे अपनी करारी हार को देखते हुए भारतीय सेना को राजनीतिक प्रचार हेतु उपयोग करना  न्याय संगत नहीं है।
             नेताओं ने भारतीय सैन्य बलों की सर्वोच्च कमांडर राष्ट्रपति अविलंब इस मामले मे हस्तक्षेप कर मोदी सरकार के इस गलत कदम को तुरंत वापस लेने का आदेश दें ।