शिक्षा विभाग के पदाधिकारी के साथ बैठक की गई। बैठक में निर्देश


शिक्षा विभाग के पदाधिकारी के साथ बैठक की गई। बैठक में निर्देश
गया, 06 नवंबर 2023, 
रिपोर्टः डीकेपंडित गयाबिहार 
जिला पदाधिकारी गया डॉ० त्यागराजन एसएम की अध्यक्षता में समाहरणालय सभाकक्ष में शिक्षा विभाग के पदाधिकारी के साथ बैठक की गई। बैठक में निर्देश दिया कि शिक्षा विभाग बिहार सरकार द्वारा ज़िले के कुछ हाई स्कूल में अतिरिक्त क्लासरूम की आवश्यकता है, उन विद्यालयों में आवंटन उपलब्ध करवाया गया है, परंगु अबतक फ्री फैब्रिक क्लासरूम का निर्माण नहीं किया गया है। जिला पदाधिकारी ने सभी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी को निर्देश दिया कि चिन्हित हाई स्कूलों में निर्माण किए जाने वाले फ्री फैब्रिक क्लासरूम का निर्माण में रुचि ले।  साथ ही जिला शिक्षा पदाधिकारी इसे गंभीरता से देखें।
     जिले के हाई स्कूल एवं मिडिल स्कूल में कंप्यूटर सिस्टम अधिष्ठापन किया जाना है। इस पर ज़िला पदाधिकारी ने जिला शिक्षा पदाधिकारी को निर्देश दिया कि विभाग द्वारा जो मानक उपलब्ध करवाया गया है उसी मानक के अनुरूप पूरी क्वालिटी के साथ कंप्यूटर अधिष्ठापन करवाने का कार्य करें।
     सभी विद्यालय में नियमित तौर पर विभिन्न ज़िला स्तरीय पदाधिकारी, शिक्षा विभाग के पदाधिकारियों द्वारा जांच करवाया जाता है। प्राप्त जांच प्रतिवेदन के आधार पर नियमानुसार अग्रेतर कार्रवाई करे ज़िला शिक्षा पदाधिकारी।
     डीएम ने सभी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी को निर्देश दिया कि अपने अधीनस्थ सभी सरकारी विद्यालय में विद्यार्थियों का 100% उपस्थिती सुनिश्चित करवाये। सभी विद्यालय में निर्धारित समय अवधि में परीक्षा सम्पन्न करवाये एवं बच्चों की कॉपियों को जांच करवाये।
      जिला पदाधिकारी ने शिक्षा विभाग के सभी कार्यपालक अभियंता एवं कनीय अभियंता को निर्देश दिया कि जिले के सभी सरकारी विद्यालयों में पूर्व से चापाकल में टुल्लू पंप लगाकर विद्यालय के ऊपर छत पर 3000 लीटर की क्षमता वाले पानी टंकी लगवाए साथ ही पानी टंकी से किसी एक स्थान को चिन्हित कर चार- पांच नल का टैप लगाते हुए पानी आपूर्ति करवाये ताकि गर्मी के मौसम में या सामान्य दिनों में पानी की दिक्कत नही हो सके एव सोख्ता का निर्माण भी करवाये। पानी का पॉइंट टॉयलेट में भी देना सुनिश्चित करे। टंकी के माध्यम से जब पानी सप्लाई होगा तब विद्यालय का साफ सफाई में और सहूलियत होगी।
     डीएम ने अगले एक माह के अंदर सभी विद्यालयों का स्टीमेट तैयार करने का निर्देश शिक्षा विभाग के सभी कनीय अभियंता को दिया। 
    बैठक में शिक्षा विभाग के तमाम पदाधिकारी उपस्थित थे।