जल शक्ति अभियान तथा जल जीवन हरियाली अभियान के तहत किए जा रहे कार्यों के संबंध में विस्तार पूर्वक संबंधित विभागों के पदाधिकारियों के साथ बैठक

जल शक्ति अभियान तथा जल जीवन हरियाली अभियान के तहत किए जा रहे कार्यों के संबंध में विस्तार पूर्वक संबंधित विभागों के पदाधिकारियों के साथ बैठक 

गया, 22 नवंबर 2023, 
रिपोर्टः डीकेपंडित गयाबिहार
श्री कुणाल, संयुक्त सचिव, खेल विभाग युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय भारत सरकार, नई दिल्ली की अध्यक्षता में समाहरणालय सभाकक्ष में जल शक्ति अभियान तथा जल जीवन हरियाली अभियान के तहत किए जा रहे कार्यों के संबंध में विस्तार पूर्वक संबंधित विभागों के पदाधिकारियों के साथ बैठक की गई।
      बैठक में जिला पदाधिकारी गया डॉ० त्यागराजन एसएम ने बताया कि आकांक्षी जिला के तहत नीति आयोग भारत सरकार ने सितंबर माह का डेल्टा रैंकिंग जारी किया है, जिसमें समग्र डेल्टा रैंकिंग में गया जिला को ओवरऑल प्रक्षेत्र में अच्छा परफॉर्मेंस रहा है।
      उन्होंने बताया कि हेल्थ एंड न्यूट्रिशन में 62.4 अंक हासिल हुआ है। उसी प्रकार शिक्षा में 54.7 अंक तथा एग्रीकल्चर एवं वाटर रिसोर्स में 43.1 अंक,  फाइनेंसियल इंक्लूजन एवं स्किल डेवलपमेंट 23.7 अंक एव बेसिक इंफ्रास्ट्रक्चर में 65.3 अंक प्राप्त किया है। 
      आकांक्षी जिला के तहत जिले के हाई स्कूलों में बच्चियों के लिए सेपरेट टॉयलेट अधिष्ठापन करवाया गया है। गया जिले पहाड़ी क्षेत्र रहने के कारण जिले में अत्यधिक गर्मी रहती है स्कूलों में बच्चों को पानी के लिए 200 विद्यालयों को चिन्हित करते हुए आर ओ वाटर कूलर लगवाया गया है।
      बच्चों को बेहतर पढ़ाई के लिए 50 विद्यालयों को चिन्हित करते हुए साइंस लैब एवं मैथमेटिक्स लैब बनवाया गया है। 
      जिले के सभी 24 कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय में बच्चियों को बेहतर पढ़ाई के लिए स्मार्ट क्लास का निर्माण करवाया गया है इसके साथ साथ जिले में आंगनवाड़ी सेंटर को मॉडल आंगनवाड़ी सेंटर में तब्दील किया जा रहा है।
      स्वास्थ्य व्यवस्था को और जनहित में सुविधा दुरुस्त हो इसके लिए पूरी व्यवस्था को पूरी व्यवस्थित रूप में कराया जा रहा है। 
      उन्होंने बताया कि गया जिले को मशरूम का हब बनाया जा रहा है। हजारो हजार किसानों को मशरुम का ट्रेनिंग दिया गया है हर गांव को मशरूम से जोड़ा जा रहा है। जिले के सभी पंचायतों के एक-एक गांव को मशरूम गांव के रूप में विकसित किया गया है। मशरूम के उत्पादन से जुड़े हुए किसानों को मशरूम की ट्रेनिंग उपलब्ध कराया गया है। मशरूम उत्पादन वाले किसान प्रतिमा 15 से 20 हजार रुपये का मुनाफा कमा रहे हैं। प्रभारी सचिव ने जिला कृषि पदाधिकारी को निर्देश दिया कि मशरूम से जुड़े किसानों में क्या बदलाव हुए हैं इस पर पूरी विस्तृत विवरण तैयार करें।
      लेमन ग्रास के समीक्षा के दौरान जिला कृषि पदाधिकारी ने बताया कि गया जिला लगभग पहाड़ियों से घिरा हुआ है, पहाड़ी एरिया खास कर इम्मामगंज बकेबाजर एवं बाराचट्टी जैसे एरिया में बड़े पैमाने पर लेमनग्रास की खेती की जा रही है, किसान काफी खुश हैं। उद्योग विभाग से समन्वय करते हुए एक क्लस्टर बनाकर उपकरण स्थापित कराने का कार्य किया जा रहा है। लेमन ग्रास से निकलने वाले तेल से चाय साबुन फिनोल सहित कई तरह के सामग्री तैयार किए जा सकते हैं।
      जल शक्ति अभियान एवं जल जीवन हरियाली अभियान के समीक्षा के दौरान उप विकास आयुक्त ने बताया कि जल जीवन हरियाली अभियान के तहत कुल 11 अवयव है। जिस पर कार्य किए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि अब तक 15603 जलाशय को चिन्हित करते हुए अतिक्रमण हटवाया गया है।
      ग्रामीण कार्य विभाग द्वारा 5 एकड़ से कम 237 तालाब में से 188 तालाब पूर्ण, 11 तालाब का निर्माण कार्य चल रहा है शेष 38 योजना में कार्य प्रारंभ होना बाकी है।
      5 एकड़ से कम आहर 676 हैं जिनमें 554 पूर्ण, 32 में कार्य चल रहा है तथा 90 में कार्य प्रारंभ होना बाकी है।
      उसी प्रकार 5 एकड़ से कम वाले जो 761 पइन है उनमें से 494 पूर्ण,  79 योजना में कार्य चल रहा है शेष 188 का कार्य प्रारंभ होना बाकी है।
   इस प्रकार लघु जल संसाधन विभाग द्वारा 5 एकड़ से अधिक वाले 19 तालाब निर्माण इस वित्तीय वर्ष निर्धारित है टेंडर की प्रक्रिया पूर्ण हो चुकी है अगले 15 दिनों के अंदर कार्य प्रारंभ हो जाएगा इस प्रकार इस वित्तीय वर्ष में 5 एकड़ से अधिक 23 आहर का निर्माण प्रस्तावित है जिसे युद्ध स्तर पर करवाया जा रहा है ताकि अगले बरसात के पहले इन तालाब एवं आहार से गया जिला वासियों को मदद मिल सके।
      अमृत सरोवर के समीक्षा के दौरान बताया कि जिले में 85 अमृत सरोवर योजना का निर्माण किया जाना है लगभग सभी योजना पूर्ण होने की स्तिथि में है। 
      जल संरचनाओं के समीप सोख पिट का निर्माण के समीक्षा के दौरान संयुक्त सचिव भारत सरकार ने निर्देश दिया कि शत प्रतिशत चापाकल तथा अन्य जल संरचनाओं के समीप सोख्ता का निर्माण कराएं ताकि जिस अनुपात में पानी बाहर आ रहा है उसी अनुपात में पानी वापस धरती में जाए।
      उन्होंने कहा कि जल संकट वाले क्षेत्रों में लोगों को जागरूक करें तथा घरों में भी सोख्ता का निर्माण करवाएं। उन्होंने जिला पदाधिकारी तथा तमाम पदाधिकारियों को कहा कि यह सुनिश्चित कराएं कि जिले के सभी सरकारी भवनों में सोख्ता का निर्माण हो ताकि बरसात का पानी को भुगर्व में वापस भेजा जा सके। विकास आयुक्त ने बताया कि गया जिला गर्मी के दिनों में पानी अत्यंत समस्या होती है भूगर्भ जलस्तर नीचे चला जाता है जिसके कारण छपकाल सुख जाते हैं इन सभी चीजों को देखते हुए सरकारी जितने चापाकल हैं सभी चापाकल के समीप सोख्ता का निर्माण करवाया गया है। 3200 चापाकल चिन्हित हुए थे, उनमे 2424 चापाकलों के समीप सोख्ता बनवा दिया गया है। 
      ग्रामीण विकास विभाग द्वारा पहाड़ी क्षेत्र के वर्षा जल संचयन संरचना निर्माण एवं चेक डैम निर्माण हेतु 76 योजना इस वित्तीय वर्ष लिए गए थे जिनमें 41 योजना पूर्ण हो गया है साथ योजना में काम चल रहा है तथा 28 योजना में कार्य प्रारंभ होना बाकी है। इस प्रकार लघु जल संसाधन विभाग द्वारा 14 चेकडैम एव दो गारलैंड ट्रेंच बनवाया जा रहा है। एग्रीकल्चर डिपार्टमेंट द्वारा 125 योजना में से 76 योजना पूर्ण किया है।
     छत वर्षा जल संचयन समीक्षा के दौरान बताया कि ग्रामीण विकास विभाग द्वारा इस वर्ष 12 सरकारी भवनों पर रूफटॉप वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगवाने का लक्ष्य है इसके अनुरूप सभी में काम चल रहा है इस वर्ष गया जिले में 846600 की संख्या में पौधारोपण ग्रामीण विकास विभाग द्वारा किया गया है। ज़िले में पानी की कम उपलब्धता को ध्यान में रखते हुए टपकन सिंचाई हेतु लोगों/ किसानों को जागरुक एवं प्रेरित किया जा रहा है।
      *बिहार सरकार द्वारा संचालित जल- जीवन- हरियाली अभियान योजना गया ज़िले के लिये वरदान साबित हो रहा है। वर्तमान समय मे ज़िले का औसत जलस्तर 32.3 फिट है।* भुगर्व जलस्तर को संचय करने के उद्देश्य से बड़े संख्या में आहर, पइन, पोखर चेक डैम इत्यादि का निर्माण करवाया गया है जिससे किसान इस पानी से अपना सिंचाई कर रहे हैं और वापस पानी धरती में ही जा रहा है।
    *सचिव ने जिला पदाधिकारी एवं उप विकास आयुक्त को कहा कि ज़िले में खेल को और बढ़ावा दे। लोगो के बीच खेल कूद का माहौल बनावे। आम जनमानस में खेल के प्रति भावना को बढ़ावा दें। उप विकास आयुक्त ने बताया कि जिले के 20 प्रखंडों में मनरेगा के माध्यम से खेल मैदान का निर्माण कार्य प्रारंभ है। लगभग अंतिम स्टेज में है। खेल मैदान बनने से लोगों के बीच काफी उत्साह है। लोग इसका भरपूर प्रयोग करेंगे।*
      बैठक में उप विकास आयुक्त, सिविल सर्जन, निदेशक डीआरडीए, ज़िला योजना पदाधिकारी सहित सभी विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।