जिला उर्वरक निगरानी समिति की बैठक आयोजित।*

*जिला उर्वरक निगरानी समिति की बैठक आयोजित।*

*1. जिले में उर्वरकों की पर्याप्त है उपलब्धता।*

*2. रबी मौसम के 38000 मे० टन यूरिया की होगी जरुरत।*

*3. उर्वरक प्रतिष्ठानों पर लगातार छापामारी करें पदाधिकारी।*

*4. पी०ओ०एस० मषीन में उपलब्ध उर्वरकों के स्टाॅक का नियमित रुप से भौतिक सत्यापन कराने का दिया गया निर्देष।*

*5. उर्वरकों वितरण में अनियमितता के विरुद्ध 2 प्रतिष्ठानों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराई गयी है एवं 2 अनुज्ञप्ति रद्द, 8 निलंबित एवं 8 प्रतिष्ठानों से स्पष्टीकरण*

रिपोर्टः डीकेपंडित गयाबिहार।

समाहरणालय, गया के सभाकक्ष में जिला पदाधिकारी, गया की अध्यक्षता में बैठक आयोजित की गयी। जिला कृषि पदाधिकारी ने बताया कि इस रबी मौसम में यूरिया 38000 मे० टन, डी०ए०पी० 8500 मे० टन,  एम०ओ०पी० 1000 मे० टन, एन०पी०के० 6000 मे० टन एवं एस०एस०पी० 3600 मे० टन आपूर्ति के लक्ष्य निर्धारित है जिसके विरुद्ध यूरिया 17069 मे० टन, डी०ए०पी० 5121 मे० टन, एम०ओ०पी० 1191 मे० टन, एन०पी०के० 5093 मे० टन एवं एस०एस०पी० 3232 मे० टन उर्वरक उपलब्ध है। जिला कृषि पदाधिकारी ने कहा कि जिले में यूरिया एवं अन्य उर्वरकों का नियमित रुप से रेक आ रहा है। जिले में उर्वरकों की कोई कमी नही होगी। जिला पदाधिकारी द्वारा उर्वरक की रेक लगने की सूचना को प्रखंडवार आपूर्ति की जाने वाली मात्रा के साथ दैनिक समाचार पत्र में प्रकाषित कराने का निर्देष दिया गया। 

जिला पदाधिकारी द्वारा उर्वरकों के वितरण में पूर्ण पारदर्षिता बरतने का निर्देष दिया। जिले में उपलब्ध उर्वरक भंडार पर कड़ी निगरानी रखने का निर्देष दिया। उन्होंने अनुमंडल कृषि पदाधिकारी एवं प्रखंड कृषि पदाधिकारियों के माध्यम से लगातार उर्वरक प्रतिष्ठानों का निरीक्षण करने का आदेष दिया। पी०ओ०एस० मषीन में उपलब्धता के अनुरुप वास्तविक रुप में उर्वरक संबंधित प्रतिष्ठान के गोदाम/भंडार में उपलब्ध है या नही इसकी जाँच अनिवार्य रुप से करेंगे। उर्वरकों का भौतिक सत्यापन लगातार करते रहना है। इसके लिये उर्वरक प्रतिष्ठानों पर लगातार छापामारी की जाय। 

उर्वरकों का पीक सीजन आने पर उर्वरकों की माँग बढ़ जाती है, ऐसे में उर्वरकों की कालाबाजारी बढ़ने की संभावना भी बनी रहती है। ऐसी स्थिति से निपटने के लिये थोक उर्वरक विक्रेताओं के पास उपलब्ध उर्वरक का भौतिक सत्यापन अनुमंडल पदाधिकारी करेंगे तथा प्रखंड स्तर पर अंचल अधिकारी को भौतिक सत्यापन करने का निर्देष दिया गया। उन्होंने सभी प्रखंडों में प्रखंड अनुश्रवण समिति की बैठक शीघ्र आयोजित करा लेने का आदेष दिया। जिले में उर्वरक से संबंधित षिकायतों को दूर करने के लिये जिला कृषि कार्यालय, गया में एक उर्वरक नियंत्रण कोषांग स्थापित करने का निर्देष दिया। इस बैठक में माननीय विधायिका, बाराचट्टी एवं माननीय विधायक बेलागंज के प्रतिनिधि एवं जिला कृषि पदाधिकारी उपस्थित थे।

जिला कृषि पदाधिकारी ने बताया कि इस रबी मौसम में विभिन्न योजनाओं के तहत गेहूँ 18042 क्वीं, चना 3805 क्वीं, मसूर 2241 क्वीं, मक्का 266 क्वीं एवं राई/सरसों 158 क्वीं बीज वितरण का लक्ष्य निर्धारित है। राज्य स्तर से प्राप्त लक्ष्य को जिले के सभी प्रखंडों में समानुपातिक रुप से विखंडित कर बीज वितरण का लक्ष्य उपलब्ध कराया गया है। प्राप्त बीज के विरुद्ध जिले में अब तक गेहूँ 3198 क्वीं, चना 2663 क्वीं, मसूर 1494 क्वीं, मक्का 153 क्वीं एवं राई/सरसों 74 क्वीं बीज वितरण किया जा चुका है। बीज प्राप्त करने हेतु इच्छुक किसान बी०आर०बी०एन० के पोर्टल पर किसान पंजीकरण के माध्यम से आवेदन कर सकते है।