भारत दाल गरीब- मध्यमवर्गीय परिवार को एक दाना भी मयस्सर नहीं हो रहा है _ कॉंग्रेस *

* भारत दाल गरीब- मध्यमवर्गीय परिवार को एक दाना भी मयस्सर नहीं हो रहा है _ कॉंग्रेस *

रिपोर्टः डीकेपंडित गयाबिहार
             दाल के दामों मे बेतहासा वृद्धि को देखते हुए भारत सरकार के उपभोक्ता मामले,  खाद्य और वितरण मंत्रालय ने उपभोक्ताओं के लिए " भारत दाल '" ब्रांड नाम से सब्सिडी वाला चना दाल जुलाई माह से शुरू किया। भारत दाल का 1 किलो का पॉकेट 60₹ प्रति किलो और 30 किलो का पॉकेट 55 ₹ प्रति किलो बेची जायेगी।
         बिहार प्रदेश कॉंग्रेस कमिटी के प्रदेश प्रतिनिधि सह प्रवक्ता प्रो विजय कुमार मिट्ठू, पूर्व विधायक मोहम्मद खान अली, जिला कॉंग्रेस उपाध्यक्ष बाबूलाल प्रसाद सिंह, राम प्रमोद सिंह,  बैजू प्रसाद, प्रद्युम्न दुबे, दामोदर गोस्वामी  विशाल कुमार,  शिव कुमार चौरसिया, बाल्मीकि प्रसाद, श्रवण पासवान,  मोहम्मद समद,  विपिन बिहारी सिन्हा, कुंदन कुमार, उदय शंकर पालित,  बबलू कुमार, चंचल केशरी,  आदि ने कहा कि दाल की कीमतों के आसमान छुने से एक ओर जहाँ गरीब की थाली से दाल गायब हो गया है,  तो दुसरी ओर भारत सरकार   द्वारा बिकने वाली सस्ती दाल नेफेड, ए न सी सी एफ, केन्द्रीय भंडार, तथा  ठेकेदार,  बिचौलियों द्वारा शत प्रतिशत काला बाजारी , ब्लैक, हो रहा है।
            नेताओं ने कहा कि बिहार के गरीब एवं मध्यमवर्गीय परिवार से राज्य के किसी कोने,  किसी जिला में  सस्ती सरकारी भारत दाल के बारे में पूछने पर चौंक कर बोलते हैं , क्यों मज़ाक और जुमले बाज़ी कर रहे हैं। शायद ही आम उपभोक्ताओं को सस्ता चना दाल मयस्सर हुआ हो।
          नेताओं ने सरकार से भारत दाल बिहार के सभी जनवितरण प्रणाली दुकानों, तथा चल नत दुकान  से सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों सहित शहर के गली,  मुहल्लों, चौक,  चौराहे पर आमजनों के लिए उपलब्ध कराया जाए।