काॅलेजों में निरिक्षण करने से खाली काम नही चलेगा, विश्वविद्यालय कि शैक्षणिक व्यवस्था को सुधारने के लिए विश्वविद्यालय कैंपस को सुधारना है जरूरी:- अभाविप


काॅलेजों में निरिक्षण करने से खाली काम नही चलेगा, विश्वविद्यालय कि शैक्षणिक व्यवस्था को सुधारने के लिए विश्वविद्यालय कैंपस को सुधारना है जरूरी:- अभाविप
रिपोर्टः डीकेपंडित 
मालूम हो कि मगध विश्वविद्यालय के कुलपति के द्वारा कुछ दिनों से कॉलेज का निरीक्षण किया जा रहा है जो की एक ओर सराहनीय कार्य है परंतु वही विश्वविद्यालय कैंपस में व्याप्त अनियमित, कुव्यवस्था पर भी कुलपति महोदय को ध्यान देना चाहिए। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद एक ओर कुलपति महोदय के कॉलेज निरीक्षण कार्य का सराहना करता है तो वहीं कुलपति महोदय के मुख्यालय मगध विश्वविद्यालय कैंपस में व्याप्त अनियमित एवं कुव्यवस्था का दोषी कुलपति महोदय को मानता है।

अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के प्रदेश सह मंत्री सूरज सिंह ने कहा कि मगध विश्वविद्यालय कुलपति महोदय कॉलेज का निरीक्षण कर रहे हैं जो कि छात्र हित और काॅलेज हित में है परंतु जब छात्र अपनी और कॉलेज की समस्या को लेकर के मगध विश्वविद्यालय कैंपस पहुंचते हैं तो वहां व्याप्त अनियमित उन्हें उनकी चप्पल घिसने में मजबूर कर देती है। छात्र-छात्राएं अपनी समस्याओं को लेकर के विश्वविद्यालय का चक्कर काटते रहते हैं परंतु उनकी छोटी से छोटी समस्या को समाधान करने में वहां के लोगों द्वारा लंबा वक्त दिया जाता है। वही मगध विश्वविद्यालय कैंपस में छात्रावास की दयनीय स्थिति, क्लास रूम की भी दयनीय स्थिति से छात्र परेशान है। छात्र-छात्राएं क्लास करने नहीं आ रहे हैं उसके पीछे का कारण मगध विश्वविद्यालय कैंपस में शैक्षणिक माहौल पूरी तरह खत्म होना है। ना सही पुस्तकालय है ना सही लैब है विश्वविद्यालय में शैक्षणिक माहौल पूरी तरह खत्म हो चुका है जिसका दोषी मुख्यालय में बैठने वाले सभी पदाधिकारी हैं। ए•सी में बैठकर विश्वविद्यालय चलाने बाले सभी विश्वविद्यालय पदाधिकारियों को मुख्यालय का भी चक्कर लगाना चाहिए। आज मगध विश्वविद्यालय निर्दोष छात्र के विश्वविद्यालय की गलती के कारण मार्कशीट, रजिस्ट्रेशन, एडमिट कार्ड आदि सुधारने व माइग्रेशन लेने का केंद्र बन गया है जो की बिहार के सबसे बड़े विश्वविद्यालय के गौरवशाली इतिहास को कलंकित करने का एक कार्य है। पीएचडी के छात्रों के लिए मगध विश्वविद्यालय कैंपस में कोई सुविधा नहीं है अगर मगध विश्वविद्यालय में सबसे आराम किन्हीं को है तो वहां के अधिकारी और कर्मचारियों को है। अगर कैंपस कि स्थिति नही जल्दी सुधरती है तो अभाविप उग्र आंदोलन करेगी।