दो दिवसीय कृषि यांत्रिकरण मेला का माननीय कृषि मंत्री द्वारा दीप प्रजजवलित कर किया उद्घाटन।*

*दो दिवसीय कृषि यांत्रिकरण मेला का माननीय कृषि मंत्री द्वारा दीप प्रजजवलित कर किया उद्घाटन।*

*कृषि यांत्रिकरण योजना 2023-24 के तहत 108 प्रकार के कृषि यंत्रों पर अनुदान का प्रावधान।*

*दिनांक 27.11.2023 को लाॅटरी के माध्यम से सामान्य वर्ग 579, अनुसूचित जाति 142, अत्यंत पिछड़ा वर्ग 119 कुल 840 परमीट निर्गत किया गया।*

रिपोर्टःडीके पंडित गयाबिहार

*योजना का 33 प्रतिषत राषि का व्यय फसल अवषेष प्रबंधन वाले कृषि यंत्रों के अनुदान, फसल अवषेष प्रबंधन के तहत पराली प्रबंधन वाले कृषि यंत्रों पर 75-80 प्रतिषत तक अनुदान दिया जायेगा।*

आज दिनांक 09.12.2023 को गया जिले के बाजार समिति प्रांगण में दो दिवसीय कृषि यांत्रिकरण मेला का शुभारम्भ हुआ है। इस मेला का उद्घाटन श्री कुमार सर्वजीत, माननीय कृषि मंत्री, बिहार द्वारा दीप प्रज्जवलित कर किया गया। मेला का शुभारम्भ माननीय मंत्री द्वारा श्री योगेन्द्र यादव, किसान को स्ट्रा रीपर की चाबी सौंपकर किया गया। उन्होंने कहा कि इस वित्तीय वर्ष 2023- 24 में कृषि यांत्रिकरण योजना के तहत 108 प्रकार के कृषि यंत्रों पर अनुदान का प्रावधान किया गया है। आवेदन करने वाले सभी किसानों को उनके चयन में भागीदारी सुनिष्चित करने के लिये इस वर्ष लाॅटरी की व्यवस्था की गई है। कृषि विभाग द्वारा प्रथम बार छोटे एवं गरीब किसानों के लिये छोटे कृषि यंत्र बहुत ही कम मूल्य पर उपलब्ध कराने की व्यवस्था की गई है। एक किसान को हसिया, खूरपी, कुदाल, मेज सेलर, वीडर ये छः यंत्र मात्र 200 रुपये में किसानों को उपलब्ध हो जायेगा। उन्होने कहा कि फसल अवषेष प्रबंधन को ध्यान में रखकर ही योजना का 33 प्रतिषत राषि का व्यय फसल अवषेष प्रबंधन वाले कृषि यंत्रों के अनुदान, फसल अवषेष प्रबंधन के तहत पराली प्रबंधन वाले कृषि यंत्रों पर 75-80 प्रतिषत तक अनुदान दिया जा रहा है। मुख्यमंत्री निजी नलकूप योजना के तहत किसानों को बोरिंग के लिये अनुदान दिया जायेगा। निजी बोरिंग के अधिष्ठापन पर 50 से 80 प्रतिषत या अधिकतम 30000/- रुपये तक अनुदान दिया जायेगा। मेला में उपस्थित किसानों से उन्होने फसल अवषेष नही जलाने का अनुरोध है। 

जिला कृषि पदाधिकारी ने बताया कि कृषि विभाग द्वारा कृषि यांत्रिकरण योजना के तहत गया जिला को 4,87,67,796/- (चार करोड सतासी लाख सड़सठ हजार सात सौ छियान्वें) रुपये की लागत से किसानों को कृषि यंत्रों पर अनुदान दिया जाना है। इस योजना के तहत किसानों को बड़े पैमाने पर अनुदानित दर पर आधुनिक कृषि यंत्र वितरण किया जा रहा है। इसके अतिरिक्त यंत्र बैंक पर 4 लाख से 12 लाख अनुदान देय है। विगत वर्ष तक ‘‘पहले आओं पहले पाओं’’ के आधार पर स्वीकृति पत्र निर्गत किया जाता था, परन्तु इस वर्ष जिला पदाधिकारी या जिला पदाधिकारी के द्वारा नामित जिले के वरीय प्रषासनिक पदाधिकारियों के पर्यवेक्षण में रैण्डामाईजेषन करते हुये आवेदनों से लक्ष्य के अधीन लाॅटरी की प्रक्रिया के माध्यम से किसानों का चयन किया गया एवं उन्हें स्वीकृति पत्र दी गई। गया जिला में दिनांक 27.11.2023 को इस तरीके से सामान्य वर्ग 579, अनुसूचित जाति 142, अत्यंत पिछड़ा वर्ग 119 कुल 840 परमीट निर्गत किया गया। निर्गत परमीट से किसान मेला या मेला से बाहर क्रय कर सकते है। आज मेला में 3 स्ट्रा रीपर, 1 स्ट्रा बेलर, 1 सुपर सीडर, 3 रोटावेटर, 32 पम्पसेट एवं 80 छोटे यंत्रों को मिलाकर 26,00,000/- (छबीस लाख) रुपये का कृषि यंत्र बिक्री हुआ है। 

आज मेला के उद्घाटन के अवसर संयुक्त निदेषक (षष्य), मगध प्रमंडल, गया, प्रभारी प्रधान - सह-मुख्य वैज्ञानिक, कृषि विज्ञान केन्द्र, आमस, जिला कृषि पदाधिकारी, उप निदेषक, भूमि संरक्षण, उप निदेषक, रसायन, सहायक निदेषक, कृषि अभियंत्रण, सभी अनुमंडल कृषि पदाधिकारी, सभी प्रखंड कृषि पदाधिकारी, कृषि समन्वयक, बी०टी०एम०, ए०टी०एम०, किसान सलाहकार एवं ग्रामीण क्षेत्रों से आये हजारों किसान उपस्थित हुये।