वर्षो से लंबित मगध कृषि विश्वविद्यालय सह अनुसंधान केंद्र की स्थापना फतेहपुर के लोध वे- का टी में कराया जाये _ कॉंग्रेस


 वर्षो से लंबित मगध कृषि विश्वविद्यालय सह अनुसंधान केंद्र की स्थापना फतेहपुर के लोध वे- का टी में कराया जाये _ कॉंग्रेस 
रिपोर्टःडीके पंडित गयाबिहार
            मगध प्रमंडल में कृषि विश्वविद्यालय की स्थापना की मांग सन 1998 से ही सभी राजनीति दल,  सामाजिक संगठन, किसान-मज़दूर, छात्र- नौजवान करते आ रहे हैं, जबकि उस समय के  तत्कालीन केन्द्रीय कृषि मंत्री चतुरा न  न मिश्रा के कर कमलों द्वारा बोधगया में शिलान्यास भी किया गया ना,  परंतु अभी तक मगध कृषि विश्वविद्यालय की स्थापना का निर्णय सरकार द्वारा नहीं लिया गया।
       बिहार प्रदेश कॉंग्रेस कमिटी के प्रदेश प्रतिनिधि सह प्रवक्ता प्रो विजय  कुमार मिट्ठू, पूर्व विधायक मोहम्मद खान अली, जिला कॉंग्रेस उपाध्यक्ष बाबूलाल प्रसाद सिंह, राम प्रमोद सिंह,  दामोदर गोस्वामी, श्रवण पासवान, शिव कुमार चौरसिया, मिथिलेश सिंह, विनोद उपाध्याय, बाल्मीकि प्रसाद,  विपिन बिहारी सिन्हा, कुंदन कुमार, उदय शंकर पालित, मोहम्मद समद, रूपेश चौधरी , आदि ने कहा कि आज गया जिला में दक्षिण बिहार केन्द्रीय विश्वविद्यालय, बिहार का पहला आई आई ए म ,  देश का तीसरा डी आर डी ओ, की स्थापना का मुख्य कारण गया जिला में प्रचुर मात्रा में केंद्र एवं राज्य सरकार की जमीन की उपलब्धता, सड़क-रेल-वायु से गया का राष्ट्रीय, अंतर्राष्ट्रीय संपर्क आदि रही है।
       नेताओं ने कहा कि मगध कृषि विश्वविद्यालय  सह  अनुसंधान केंद्र  के लिए मगध विश्वविद्यालय बोधगया का गया जिला के फतेहपुर प्रखंड अंतर्गत लोधी वे- कां टी, स्थित 250 एकड़ जमीन जिसे नवादा के पूर्व सांसद  रहे  सूर्य प्रकाश पूरी ( बु धौ ली, महंत) द्वारा दिया गया था,जो जमीन आज विरान पड़ा हुआ है, तथा कुछ अतिक्रमण है।
      नेताओं ने कहा कि आज बिहार के कृषि मंत्री के बोधगया विधानसभा क्षेत्र के ही फतेहपुर प्रखंड में  मगध विश्वविद्यालय का लोधी वे, कां टी, में   खाली पडी हुई जमीन है।
       नेताओं ने कहा कि मगध प्रमंडल के इस महत्वाकांक्षी मगध कृषि विश्वविद्यालय सह  अनुसंधान   केंद्र की स्थापना फतेहपुर के लोधी वे,  का टी,  मे कराने हेतु महामहिम राज्यपाल,  मुख्यमंत्री, कृषि मंत्री, तथा मगध विश्वविद्यालय के कुलपति को इस सम्बंध में विस्तृत ज्ञापन दिया जाएगा।
            नेताओं ने कहा कि मगध कृषि विश्वविद्यालय की स्थापना हेतु  सन 2004 से 2009 के बीच मगध कृषि विश्वविद्यालय स्थापना कराओ संघर्ष समिति के लोगों द्वारा केंद्र एवं राज्य सरकार को ज्ञापन देने के उपरांत तत्कालीन केन्द्रीय कृषि राज्य मंत्री डॉ अखिलेश प्रसाद सिंह ने संघर्ष समिति को पत्र भेजकर कर  मगध कृषि विश्वविद्यालय की स्थापना हेतु सबसे पहले राज्य सरकार द्वारा निर्णय लेने के बाद ही केन्द्रीय कृषि मंत्रालय अंतर्गत सभी मदद मिलेंगे, लेकिन अभी तक इस संबंध में राज्य सरकार निर्णय नहीं लिया है।
          नेताओं ने कहा कि मगध कृषि विश्वविद्यालय सह  अनुसंधान  पारिषद के गया जिला में स्थापना से गया सहित नवादा, जहानाबाद, औरंगाबाद, अरवल चारो  जिला के किसानों, मजदूरों,  तथा छात्रों को काफी फायदा होगा।