शिक्षा शास्त्र विभाग गया कॉलेज गया का छठ स्थापना दिवस समारोह धूमधाम से मनाया गया.
रिपोर्टः डीकेपंडित
गया। कार्यक्रम का विधिवत शुभारंभ मुख्य अतिथि माननीय कुलपति मगध विश्वविद्यालय बोधगया प्राचार्य गया कॉलेज गया डॉक्टर सतीश सिंह चंद्र एवं विभाग अध्यक्ष शिक्षा शास्त्र विभाग डॉक्टर धनंजय धीरज डॉक्टर ए के सुनील विभाग अध्यक्ष अंग्रेजी विभाग. प्रॉक्टर मगध विश्वविद्यालय बोधगया डॉक्टर उपेंद्र कुमार डॉ रामदेव प्रसाद डॉ आदर्श कुमार गुप्ता ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया. कार्यक्रम के आरंभ में बी एड के छात्राओं द्वारा कूलगीत की प्रस्तुति दी गई. मौके पर कुलपति विश्वविद्यालय बोधगया को प्राचार्य कॉलेज गया द्वारा पुष्प गुच्छ अंग वस्त्र एवं स्मृति चिन्ह प्रदान किया गया. अतिथियों का स्वागत करते हुए विभाग अध्यक्ष डॉक्टर धनंजय धीरज ने कहा कि शिक्षाशास्त्र विभाग गया कॉलेज गया 2017 से उत्तरोत्तर विकास की ओर अग्रसर है एवं समाज और राष्ट्र के लिए ऐसे शिक्षकों का निर्माण कर रहा है जो टेक्नोलॉजी से लैस होने के साथ-साथ हृदय में मानवीय भावनाओं को भी संजोए रखते हैं. शिक्षा शास्त्र विभाग के विद्यार्थी आज सरकारी एवं. निजी विद्यालयों में शीर्ष स्थान पर बने हुए हैं. प्राचार्य गया कॉलेज गया प्रोफेसर सतीश सिंह चंद्र ने कहा. के शिक्षा शास्त्र विभाग गया कॉलेज गया की कार्यशाली उत्तम है. मुझे आशा है कि आने वाले समय में. विभाग को मैं बेहतर से बेहतर. स्वरूप प्रदान करूंगा ताकि पठन-पाठन की गुणवत्ता में उत्तरोत्तर विकास हो सके. एवं समाज के लिए आदश शिक्षकों का निर्माण हो सके।अपने संबोधन में कुलपति मगध विश्वविद्यालय बोधगया प्रोफेसर शशि प्रताप शाही ने कहा कि. शिक्षा शास्त्र विभाग गया कॉलेज गया राष्ट्र के. प्रतिष्ठित एवं ख्याति प्राप्त शिक्षक प्रशिक्षण संस्थानों में से एक है. शिक्षा शास्त्र विभाग की कार्यशैली उत्तम है. उन्होंने कहा कि गया कॉलेज गया राष्ट्र के चुनिंदा महाविद्यालय में से एक. और आने वाले दिनों में नैक से महाविद्यालय को ए ग्रेड दिलवाना हम सबके लिए एक चुनौती है परंतु मुझे विश्वास है कि गया कॉलेज गया के विद्वान शिक्षक कर्मठ शिक्षकेतर कर्मचारी एवं ऊर्जावान विद्यार्थियों के समेकित प्रयास से हमें महाविद्यालय को ए प्लस ग्रेड दिलवाने में सफल होंगे. मौके पर उन्होंने शिक्षा शास्त्र विभाग को नए वर्ष में नए भवन के तोहफा का भी ऐलान किया. उन्होंने शिक्षा शास्त्र विभाग में कार्यरत शिक्षकों एवं कर्मचारियों के हित में वेतन वृद्धि एवं सेवा शर्तों को भी समृद्ध करने की बात खुले मंच से कहीं. शिक्षकों को अपने कर्तव्यों एवं दायित्वों के प्रति सचेत करते हुए उन्होंने कहा कि शिक्षक का कार्य शिक्षण मात्र ही नहीं है वर्णन महाविद्यालय के सर्वांगीण विकास में अपना योगदान सुनिश्चित करना भी है. अतः शिक्षण के साथ-साथ प्रत्येक शिक्षक को महाविद्यालय के विकास की दिशा में भी सोचना समझना और. और जिम्मेवारी साझा करना होगा.मौके अच्छी उपस्थिति अवम उम्दा प्रफार्शन करने वाले विद्यार्थियों को सम्मानित भी किया गया। कार्यक्रम का संचालन शिक्षाशास्त्र विभाग की सहायक प्राध्यापिका डॉक्टर रानी नीना प्रदर्शनी ने किया एवं धन्यवाद ज्ञापन सहायक प्राध्यापिका श्रीमती निखत परवीन ने किया. मौके पर सद्रे आलम अजय शर्मा विभिन्न विभागों के विभाग अध्यक्ष. शिक्षक एवं शिक्षक कर्मचारी के साथ-साथ रस्ट्रिये सेवा योजना के स्वयंसेवक एवं शिक्षा शास्त्र विभाग व अन्य विभागों के विद्यार्थी भारी संख्या में उपस्थित थे।