मगध विश्वविद्यालय बोध गया में "विकसित भारत 2047: युवा की आवाज" कार्यशाला संपन्न*


 *मगध विश्वविद्यालय बोध गया में "विकसित भारत 2047: युवा की आवाज" कार्यशाला संपन्न* 
रिपोर्टःडीके पंडित गयाबिहार
       शनिवार 16 दिसंबर को दूरस्थ शिक्षा निदेशालय, विश्वविद्यालय बोध गया स्थित डॉ राजेंद्र प्रसाद सभागार में  मगध विश्वविद्यालय के माननीय कुलपति प्रो शशि प्रताप शाही के निर्देश पर मगध विश्वविद्यालय के आंतरिक गुणवत्ता आश्वासन प्रकोष्ठ द्वारा मगध विश्वविद्यालय  के सभी अंगीभूत महाविद्यालयों के प्रधानाचार्यों के लिए ने  "विकसित भारत 2047: युवा की आवाज" कार्यशाला का आयोजन किया। इसमें मगध विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ समीर कुमार शर्मा, छात्र कल्याण अधिष्ठाता प्रो ब्रजेश राय, संयोजक महाविद्यालय विकास परिषद, डॉ संजय तिवारी आदि मौजूद रहे। आईक्यूएसी, मगध विश्वविद्यालय के समन्वयक प्रो मुकेश कुमार ने अतिथियों का स्वागत करते हुए "विकसित भारत 2047: युवा की आवाज" के संदर्भ में एक संछिप्त वक्तव्य दिया। मगध विश्वविद्यालय की "विकसित भारत 2047 टीम" की सदस्या डॉ दिव्या मिश्रा ने कार्यक्रम की विस्तृत जानकारी प्रस्तुत की। टीम के सदस्य डॉ सुमित कुमार ने युवाओं के विचारों को ऑनलाइन अपलोड करने के तरीके बताए। अन्य सदस्यों डॉ मीनाक्षी, डॉ अब्दुल हन्नान, डॉ शिल्पी बनर्जी ने कार्यशाला के दौरान उठने वाली जिज्ञासा का समाधान किया।
 सभी महाविद्यालयों के द्वारा इस दिशा में कार्य सुनिश्चित करने हेतु  नोडल पदाधिकारी को नामित करते हुए उसकी जानकारी विश्वविद्यालय को दे दी गई है। राज भवन, पटना में 11 दिसंबर को एक कार्यशाला का आयोजन कर राज्य के सभी विश्वविद्यालयों के चुने हुए प्रतिनिधियों को इसकी जानकारी दी गई थी। 
भारत सरकार द्वारा चलाए जा रहे "विकसित भारत 2047: युवा की आवाज" कार्यक्रम का उद्देश्य सम्पूर्ण देश के युवाओं की आकांक्षाओं और उनके सोच के अनुरूप विकसित भारत के उभरते हुए परिदृश्य को एक निश्चित रूप रेखा प्रदान करना है।
उसी क्रम में मगध विश्वविद्यालय में यह आयोजन संपन्न हुआ। इस कार्यशाला में डॉ ममता मेहरा, डॉ प्रियंका सिंह, म वि वि नोडल पदाधिकारी श्री राहुल सिंह सहित अंगीभूत महाविद्यालयों के अन्य पदाधिकारी भी उपस्थित रहे।