टाउन हॉल में संपन्न राज्य - स्तरीय फरोग ए उर्दू सेमिनार बना औरंगाबाद के लिए यादगार पल

*टाउन हॉल में संपन्न राज्य - स्तरीय फरोग ए उर्दू सेमिनार बना औरंगाबाद के लिए यादगार पल                        विषय रहा सर सैयद के तालीमी नजरियात और नेजाम - ए -  तालीम।                                (  ठिठोली, सामाजिक एवं सांस्कृतिक दर्पण संस्थाध्यक्ष सह केंद्र प्रभारी, नेशनल काउंसिल प्रोग्राम फॉर उर्दू लैंग्वेज, औरंगाबाद के सैयद मुमताज अहमद उर्फ जुगनू ने मंच से संबोधित करते हुए कहा कि हमारे लिए सबसे बड़ी फक्र और गर्व की बात है कि हमारे यहां नावाडीह मोहल्ले में चल रहे सेंटर पर 162 स्टूडेंट में 46 बच्चे हिंदू समुदाय से भी नामांकित हैं! जो हिंदू भाई - बहने भी आपस में मिलजुल करके हिंदी के साथ -  साथ उर्दू भाषा मन लगाकर सीख रहे हैं!  )                           अजय कुमार पाण्डेय   औरंगाबाद: ( बिहार ) शनिवार - दिनांक 27 फरवरी 2021 को नगर भवन औरंगाबाद में फरोग ए उर्दू सेमिनार का उद्घाटन औरंगाबाद जिलाधिकारी सौरभ जोरवाल ने द्वीप प्रज्वलित* कर किया! हालांकि *जिलाधिकारी समयाभाव के कारण अपने निर्धारित समय से 1 घंटे विलंब से यानि 11:00 बजे के बजाय 12:00 बजे कार्यक्रम में भाग लेने पहुंचे और मंच पर भी अधिक समय नहीं दे पाए क्योंकि उनके पास कारण चाहे जो भी रहा हो समय का अभाव था! इसलिए परंपरानुसार नगर भवन में पहुंचने के बाद कुछ देर तक मंच पर बैठकर सभी लोगों से वार्ता की! तत्पश्चात परंपरानुसार कार्यक्रम का द्वीप प्रज्वलित करते हुए उद्घाटन किया! इसके बाद संक्षिप्त में ही जिलाधिकारी ने संबोधित करते हुए कहा कि आज का यह बहुत बड़ा उर्दू सेमिनार में आप लोगों का स्वागत है और मुझे इस सेमिनार में आमंत्रित करने के लिए मैं आप लोगों को बहुत - बहुत धन्यवाद देता हूं!  बहुत दिनों से हम लोग इसका प्लान कर रहे थे! काफी डिटेल में भी हमारी इस प्लानिंग के बारे में उप निर्वाचन पदाधिकारी जावेद इकबाल जी से बात हुई थी और बाकी हमारे पदाधिकारियों से की ये जो प्रोग्राम है! उन्होंने जो जैसा बताया की बहुत ही उच्च कोटि का उच्च - स्तरीय प्रोग्राम होता है और काफी अच्छे - अच्छे लोग इसके अंदर आते हैं! हमने बोला था कि ऐसा व्यवस्था कीजिए कि इस प्रोग्राम को छुट्टी के दिन ही रखिए ताकि हम लोग भी एक साथ बैठ सके! इसलिए इस प्रोग्राम को रविदास जयंती* के दिन रखा गया! ऐसा ही *एक प्रोग्राम हम लोग बहुत पहले किया था! उसमें हमने अटेंड भी किया था!  जिसमें काफी अच्छा वहां पर हुआ था! मुझे पूरी उम्मीद था कि प्रोग्राम उसी स्तर का होगा! लेकिन आज कुछ व्यस्तता आ गई है! इसलिए हम पूरा प्रोग्राम में नहीं रह पाएंगे! लेकिन हमने बोला है कि इस प्रोग्राम का पूरा वीडियोग्राफी, रिकॉर्डिंग करवाइए! ताकि हम लोग इसको बाद में भी देख सकें और इतने अच्छे उर्दू प्रोग्राम को आप लोग अच्छे से प्रसारित कीजिए! ताकि उर्दू पाठक के लिए जो काम सरकार कर रही है कि लोगों तक पहुंचे! जन -  जन तक पहुंचे और इसके लिए हमारी शुभकामनाएं आपके लिए रहेगी! ध्यातव्य हो कि यह कार्यक्रम राष्ट्रीय उर्दू भाषा विकास परिषद, ( नेशनल काउंसिल प्रोग्राम फॉर उर्दू लैंग्वेज, भारत - सरकार, नई दिल्ली ) के आर्थिक सहयोग से* कराया गया! मंच पर संबोधित कर रहे *मंच संचालनकर्ता यूसुफ जमील ने अपने संबोधन में कहा कि गजल, मुशायरा को उर्दू भाषा से अलग नहीं किया जा सकता! क्योंकि किरदार निभाने में यह अहम भूमिका निभाती है! उर्दू जुबान में नई रस्म का बहुत बड़ा रोल है! प्रोग्राम का मकसद कुछ सीखना ही होता है! उर्दू के प्रोग्राम में भी गैर उर्दू की मौजूदगी ही हमारे हिंदुस्तान की खूबसूरती है!  गंगा - यमुनी की तहजीब है! इस खूबसूरती को ही बचाए रखने की जरूरत* है! वही *सामाजिक एवं सांस्कृतिक दर्पण ठिठोली संस्थाध्यक्ष सह केंद्र प्रभारी नेशनल काउंसिल प्रोग्राम फॉर उर्दू लैंग्वेज, औरंगाबाद, सैयद मुमताज अहमद उर्फ जुगनू ने मंच से संबोधित करते हुए कहा कि आज नगर भवन, औरंगाबाद में जिंदादिली का सबूत है! इतने  लोगों की हाजिरी! जब मुझे राज्य -  स्तरीय उर्दू भाषा का प्रोग्राम कराने का जिम्मेवारी मिला? तो मेरे जैसा एक साधारण व्यक्ति के लिए बहुत ही मुश्किल का काम था! जैसे एक छोटा बच्चा की तरह कार्यक्रम कराने की मुझे जो जिम्मेवारी मिला था! लेकिन औरंगाबाद के उप निर्वाचन पदाधिकारी सह उर्दू भाषा कोषांग, औरंगाबाद संयोजक जावेद इकबाल ने जिलाधिकारी से बात करके मुझे भरपूर साथ दिया! जब इस मुद्दे पर हमारी बात उप निर्वाचन पदाधिकारी से हुई थी? तो इन्होंने स्पष्ट कहा कि आप प्रोग्राम कराइए! जो भी जरूरत पड़ेगा!  मैं जिलाधिकारी से भी बात करके तन - मन - धन से कार्यक्रम कराने में आपका भरपूर सहयोग* करूंगा! इसलिए इस प्रोग्राम को कराने के लिए *मुख्य श्रेय उप निर्वाचन पदाधिकारी को ही जाता* है! *ठिठोली, संस्थाध्यक्ष जुगनू ने अपने संबोधन में कहा कि बोलचाल की भाषा में, सेंटेंस की भाषा में, समझने में इसमें हम कहीं न कहीं से दोषी* हैं! इसको *हम लोग नजरअंदाज न करें और हम लोग चाहे की उर्दू को बढ़ाने के लिए कदम से कदम मिलाकर बोलचाल की भाषा में ही हम लोग इसको लिखने - पढ़ने की कोशिश करें! साथ ही साथ नेशनल काउंसिल प्रोग्राम फॉर उर्दू लैंग्वेज, भारत - सरकार ने जो मुझे औरंगाबाद के लिए जिम्मेदारी दी है हमारे ऑर्गेनाइजेशन को तो आपको मालूम होगा कि यह प्रोग्राम जोड़ करके चलाया है 1 वर्ष के लिए कामर्शियल का कोर्स! कंप्यूटर एप्लीकेशन, बिजनेस अकाउंटिंग, मल्टी लिगवल डी0टी0पी0!  इसमें बहुत ही आसान कोर्स को बना दिया है! यदि हिंदी के साथ उर्दू में भी पढ़ना चाहते हैं! एक साल का कंप्यूटर कोर्स करना चाहते हैं! कंप्यूटर एप्लीकेशन बिजनेस अकाउंटिंग, मल्टी लिगवल डी0टी0पी0 का कोर्स कर सकते हैं और मेरा दावा  ही नहीं चैलेंज है इस बात के लिए कि ये सर्टिफिकेशन जो हमारे यहां से होता है! वो नेशनल ही नहीं बल्कि इसका इंटरनेशनल भेलयू भी है! आप दुनिया के किसी भी देश (कंट्री ) में जाते हैं? तो और सर्टिफिकेशन के बराबर इसका दर्जा प्राप्त है और अहमियत* है! *दुख इस बात की है कि हम लोग इसको भूलते जा रहे* हैं! लेकिन *सबसे बड़ी खुशी की बात है कि हमारे यहां जो अभी सेंटर चल रहा है! जहां पर 1 साल के लिए कंप्यूटर की कोर्स कराई जाती है! वहां पर 162 विद्यार्थी ( स्टूडेंट ) हमारे यहां नामाकित है!  उनका दाखिला हमारे यहां है और 162 में 46 स्टूडेंट दूसरे समुदाय से हैं! जो हमारे यहां हिंदू भाई और बहनें वहां पढ़ रही है! यह हमारे लिए बहुत ही फर्क और गर्व की बात है! आज हम लोग वैसे स्टूडेंट को, वैसे बच्चे को हम लोग यहां पर सम्मानित भी करेंगे! उसमें दोनों समुदाय के लोग हैं और कितना अच्छा लगता है! कितना मजा आएगा की उर्दू को हम लोग एक दूसरे लोग मिलकर के, बैठकर पढ़ रहे हैं, समझ रहे हैं! अगर हम लोग इसी तरह से मिलते और आपस में मिलजुल कर के पढ़ते रहे तो उर्दू के साथ - साथ मेरा जिला भी तरक्की करेगा और जब जिला तरक्की करेगा तो हमारा बिहार राज्य ‌(स्टेट ) भी तरक्की* करेगा

 ध्यातव्य हो कि *नेशनल काउंसिल प्रोग्राम फॉर उर्दू लैंग्वेज, औरंगाबाद में पहली बार जब टाउन हॉल में राज्य - स्तरीय आयोजित हुई तो मुख्य अतिथि के तौर पर औरंगाबाद जिलाधिकारी सौरभ जोरवाल, संयोजक प्रभारी उर्दू भाषा कोषांग, औरंगाबाद सह उप निर्वाचन पदाधिकारी, औरंगाबाद, जावेद इकबाल, सम्मानित अतिथि के तौर पर उर्दू कॉलेज ऑफ कॉमर्स पटना विभागाध्यक्ष एवं अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त आलेख प्रस्तुतकर्ता डॉक्टर सफदर इमाम कादरी, विशिष्ट अतिथि के तौर पर सरदार वल्लभभाई पटेल कॉलेज, भभुआ, उर्दू विभागाध्यक्ष एवं राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त आलेख प्रस्तुतकर्ता डॉक्टर सैयद अशद करीम, विशिष्ट अतिथि के तौर पर औरंगाबाद सिविल सर्जन डॉक्टर अकरम अली तथा कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे सिन्हा कॉलेज, औरंगाबाद के उर्दू विभागाध्यक्ष, डॉक्टर कासिम फरीदी को ठिठोली, संस्थाध्यक्ष सह केंद्र प्रभारी, नेशनल काउंसिल प्रोग्राम फॉर उर्दू लैंग्वेज, सैयद मुमताज अहमद उर्फ जुगनू ने आमंत्रित किया* था! जिन्होंने कार्यक्रम प्रारंभ होते वक्त *मंच पर औरंगाबाद जिलाधिकारी, उप निर्वाचन पदाधिकारी एवं समस्त सम्मानित अतिथियों का स्वागत करते हुए गुलाब का फूल, गुलदस्ता देते हुए एवं अंग वस्त्र के तौर पर शाल प्रदान* किया! कार्यक्रम में *स्वागत भाषण वरीय शिक्षक सैयद मोहम्मद दायेम ने पेश* की! इसके अलावे *मकालानिगार ( आलेख ) प्रस्तुतकर्ता के रूप में औरंगाबाद के मोहम्मद नदीम, अंजार हुसैन, यूरोपियन पब्लिक स्कूल, गया नायेब प्रिंसिपल, एस0 नैयर आजम, पूर्णिया प्रिंसिपल फैजाने सैयदना, औरंगाबाद, मुफ्ती अफसर रजा कादरी, सरदार बल्लभ भाई पटेल कॉलेज, भभुआ डॉक्टर सैयद अशद करीम उल्फत एवं उर्दू कॉलेज ऑफ कॉमर्स, पटना, विभागाध्यक्ष डॉक्टर सफदर इमाम कादरी को भी ठिठोली, संस्थाध्यक्ष द्वारा आमंत्रित किया गया* था! साथ ही साथ *शायर, गजल प्रस्तुतकर्ता के रूप में औरंगाबाद के अंजुम आरा, मोहम्मद गुलफाम सिद्धिकी, मोहम्मद अफताब राणा, नेजाम कुरैशी, मोहम्मद इकबाल अख्तर  *दिल*, *शबीर हसन खान ने भी भाग*  लिया!

 गौरतलब हो कि *नेशनल काउंसिल प्रोग्राम, फॉर उर्दू लैंग्वेज, भारत -  सरकार, नई दिल्ली के सहयोग से औरंगाबाद मुख्यालय स्थित नावाडीह में चलाए जा रहे सेंटर से टॉपर हुए विद्यार्थियों में शामिल सैयद एजाज अहमद, सैयद होमा शाहिद, जोहरा मजहबी, अनुप्रिया कुमारी, आयशा मजहबी, मोहम्मद सरफराज अहमद, पूजा कुमारी, अजमेरी खातून, निखत गुलाज, मोहम्मद फिदोस आलम, आइंस्ता गयास, लिखत अफशा एवं पुष्पा कुमारी को उर्दू भाषा में बेहतर पढ़ाई हेतु सम्मानित* किया गया! इसके अलावे *समाज सेवा एवं उर्दू भाषा को बढ़ावा देने के लिए मदरसा इस्लामिया, औरंगाबाद के हाफिज गुलाम सरवर, फैजाने सैयदना, इस्लाम टोली, मुफ्ती अख्तर रजा कादरी, मदरसा दारुल ओलुम फैजाने हाफिजे मिलत, अलीनगर, औरंगाबाद, मौलाना मंसूर आलम, मदरसा सुफफा, नावाडीह, औरंगाबाद, मोहम्मद फहीमुद्दीन नदवी, मदरसा अनवारे हेदायत ईदगाह रोड बराटपुर, औरंगाबाद, गुलाम सरवर, इस्लामी बढ़ते कदम नावाडीह, औरंगाबाद, एस0 एम0 दायेम, बैतूलमाल कमेटी, नावाडीह, मोहम्मद खुर्शीद, भारतीय रेड क्रॉस सोसायटी, सदर अस्पताल, औरंगाबाद, सतीश कुमार सिंह, चरागे अदब, औरंगाबाद, अफताब राणा, समस्त मानव जन कल्याण संसाधन, सिन्हा कॉलेज मोड, औरंगाबाद, अशोक कुमार सिंह, ऑक्सफोर्ड इंग्लिश क्लासेस क्लब रोड, औरंगाबाद, नूर आलम सिद्धधी, बॉबी सर, कबीर मोहल्ला, औरंगाबाद, मोहम्मद सिराजुद्दीन बॉबी, सक्सेस प्वाइंट, शाहगंज, औरंगाबाद, मोहमद फहीम, यूनिवर्सल कोचिंग सेंटर, शाहगंज, औरंगाबाद, सदरे आलम, फ्रंट लाइन कोचिंग, क्लब रोड, औरंगाबाद, मोहम्मद शमीउल्लाह, डब्ल्यू0 एल0 जे0 कोचिंग सेंटर, क्लब रोड, औरंगाबाद, मोहम्मद वसीम, इंडियन पब्लिक स्कूल, नावाडीह औरंगाबाद, मोहम्मद साबिर, ए0पी0जे0 अब्दुल कलाम स्कूल, आजाद नगर, टिहरी रोड, औरंगाबाद, मोहम्मद शाहिद, क्लाइमैक्स कोचिंग सेंटर, मुंशी मोहल्ला, नावाडीह, औरंगाबाद इबरार अहमद, ज्ञानोदय विद्यालय, धरणीधर रोड, औरंगाबाद, मोहम्मद रुस्तम, क्रीसेंट इंग्लिश क्लासेस, क्लब रोड, औरंगाबाद, गुलफाम सिद्धीकी, काबा एम0डी0टी0पी0 सेंटर, नावाडीह, ईदगाह, औरंगाबाद, के विद्यार्थी संगीता कुमारी, शिक्षक, खुशबू कुमारी, शिक्षक, सैफ अली हशमत, शिक्षक, अरशी हुसैन, शिक्षक शहनवाज अहमद, सहायक, न्यू काजी मोहल्ला, डॉक्टर जाफर फहीम *पिंकी*, *कलामी मोहल्ला, औरंगाबाद डॉ जुल्फेकार हैदर, वरीय शिक्षक, राजकीय मध्य विद्यालय, कारा, ओबरा, अफजाल करीम, प्रभारी प्रधानाध्यापक, राजकीय मध्य विद्यालय, राधे बिगहा, ओबरा, मोहम्मद नसीमुउद्दीन एवं कारा, ओबरा, औरंगाबाद, फिरोज अहमद, को भी सम्मानित* किया गया!