अंतराष्ट्रीय महिला दिवस के पूर्व संध्या महिला शक्ती पर संगोष्ठी एवं मेहंदी प्रतियोगिता का आयोजन अभाविप (ABVP) द्वारा कराया गया।

अंतराष्ट्रीय महिला दिवस के पूर्व संध्या महिला शक्ती पर संगोष्ठी एवं मेहंदी प्रतियोगिता का आयोजन अभाविप (ABVP) द्वारा कराया गया।

इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य वंदना भगत ने बतलाया कि महिला मां शक्ति का स्वरूप है महिलाओं को अपने आप को कमजोर नही समझना चाहिए।हमें याद रखना चाहिए कि हम झांसी की रानी भी है और हम कल्पना चावला भी है, जहाँ हम पर अत्याचार हो हमें अपनी आवाज बुलंदी से उठानी चाहिए, हमे अपने आप पर गर्व होना चाहिए कि आज हम देश कि सीमा कि भी सुरक्षा मे तैनात भी है और वैज्ञानिक भी है हम महिलाओं को अपनी भारतीय सभ्यता और संस्कृति को बचाने के लिए भी अपना योगदान देना होगा,हम अपनी सभ्यता और संस्कृति को अपने जीवन में उतारे और पश्चिमी सभ्यता को अपने जीवन से दूर कर दें, क्योकि हम महिलाओं की पहचान हमारी सभ्यता और संस्कृति ही है।

वही प्रदेश कार्य समिति सदस्य प्रिया सिंह ने कहाँ कि मेहंदी प्रतियोगिता आयोजन का उद्देश्य छात्राओं को महिला सुरक्षा एवं भारतीय संस्कृति के प्रति जागरूक करना है। हम इस मेहंदी प्रतियोगिता के माध्यम से समाज को बताना चाहते है कि हम हाथों में मेहंदी भी लगा कर अपनी सभ्यता और संस्कृति का परिचय देते है और जरूरत पडने पर इन्ही हाथों में तलवार उठा कर देश और अपनी रक्षा भी कर सकते है। हम महिलाओं की पहचान एक ओर हमारी सिंगार है तो दूसरी ओर हमारी पहचान मां भवानी के रूप मे भी है। साथ ही साथ प्रिया सिंह ने बतलाया कि जिस तरह शहर में छात्राओं के साथ छेड़खानी कि घटना बढ रही है यह काफी निंदनीय हैं। बिहार में अब ऐसा लगने लगा हैं कि बेटियां सुरक्षित नहीं हैं, गया जैसे शहर में जब बेटी सुरक्षित नही तो और जगहों कि क्या बात कि जायें। अब समय आ गया है हम बेटियों को अपनी रक्षा स्वयम करने के लिए झाँसी की रानी लक्ष्मीबाई बनना होगा और अपनी रक्षा स्वयं करनी होगी ।क्यो कि प्रशासन और सरकार हमारी रक्षा करने में पुरी तरह विफल है,आज जिस तरह काॅलेज और सड़क पर छात्राओं के साथ छेड़खानी हो रही है वो कहीं ना कहीं असमाजिक तत्वों के बढते मनोबल को दर्शाता है हमें इन असमाजिक तत्वों का मनोबल तोडने के लिए माँ काली का रूप लेना होगा।

वही मंच संचालन कर रही प्रियंका सिंह ने कहाँ कि महिला दिवस के पूर्व संध्या मैं सरकार से मांग करती हूँ कि वो छात्राओं की सुरक्षा कि गारन्टी ले साथ ही साथ काॅलेज और विश्वविद्यालय द्वारा छात्राओं को हो रही आर्थिक शोषण को रोके,जिस तरह हम छात्राओं से शुल्क के नाम पर काॅलेज और विश्वविद्यालय द्वारा मोटी रकम वसूल जा रही है वो गलत है सरकार को भी इस विषय मे सोचना चाहिए, तब ही हम महिलाओं का समुचित विकास होना सम्भव है।

इस प्रतियोगिता में छात्राएँ काफी उत्साह के साथ शामिल हुई वही शामिल छात्राओं ने कहाँ कि अभाविप द्वारा आयोजित इस संगोष्ठी और मेहंदी प्रतियोगिता मे हमे बहुत कुछ सीखने को मिला है!आज हमें इस कार्यक्रम में आ कर हम अपनी शक्ति और प्रतिभा को पहचाना, वही इस प्रतियोगिता में प्रथम स्थान आरजू सिंह और प्रिया सिंह , द्वितीय स्थान प्रिया सिंह और मोहनी पाठक एवं तृतीय स्थान कौशकी कुमारी और अनिशा दांगी ने प्राप्त किये। इस कार्यक्रम में प्रियंका कुमारी,प्रीति कुमारी, मिशु गुप्ता,कौशकी कुमारी,शिवांगी कुमारी,मोहिनी पाठक,प्रिया सिंह, शिकला कुमारी, साक्षी शर्मा, अर्चना गुप्ता, पूजा कुमारी, भारती कुमारी, रूपम कुमारी,आशा कुमारी आदि मौजूद थे।