महादलित, दलित एवं अति पिछड़ा अल्पसंख्यक अक्षर आंचल योजना

महादलित, दलित एवं अति पिछड़ा अल्पसंख्यक अक्षर आंचल योजना

 आज दिनांक 14 मार्च 2021
रिपोर्ट
डीके पंडित
गया (बिहार)  बुनियादी साक्षरता महापरीक्षा का आयोजन बिहार सरकार के द्वारा किया गया ।जिसमें बोधगया प्रखंड के अंतर्गत बोधगया का लक्ष्य 2480 महिलाओं को साक्षर कर महा परीक्षा में शामिल होने का लक्ष्य था । इस महा परीक्षा में वही शामिल होंगे जिनका उम्र 15 से 45 वर्ष के बीच में हो। लक्ष्य को देखते हुए बोधगया प्रखंड के 11 संकुल संसाधन केंद्र पर महा परीक्षा का आयोजन किया गया। जिसमें प्रखंड बोधगया में 2190 नवसाक्षर महिलाएं इस महा परीक्षा में शामिल हुए। जिसमें से 2012 महादलित साक्षर महिलाएं, दलित 98 महिलाएं एवं अल्पसंख्यक अति पिछड़ा वर्ग की 80 महिलाएं विभिन्न केंद्रों पर उपस्थित हुए। जो लक्ष्य दिया गया था उसके अनुसार कुल 290 महिलाएं अनुपस्थित हुए। इस महा परीक्षा में कुल 150 अंक का परीक्षा लिया गया जिसमें से पढ़ना 50 अंक का , लिखना 50 अंक का एवं गणित से 50 अंक का प्रश्न पूछा गया। इस परीक्षा के माध्यम से नवसाक्षर महिलाओं को शिक्षा  सेवक एवं तालिमी मरकज शिक्षक के द्वारा के द्वारा निरक्षर महिलाओं को साक्षर बनाने का कार्य किया जा रहा है। जिसमें निरक्षर महिलाओं को पढ़ना, लिखना, सामान्य गणित एवं केंद्र सरकार एवं राज्य सरकार के द्वारा जो भी कल्याणकारी योजनाएं चलाई जा रही है उसके बारे में शिक्षा सेवक एवं तालिमी मरकज शिक्षक के द्वारा पूर्ण जानकारी दी जाती है। नवसाक्षर महिलाओं को शिक्षा का अधिकार, भारतीय संविधान में जो भी हक अधिकार दिया गया है उसके बारे में बताने का कार्य किया जा रहा है। समाज में जो भी कुर्तियां फैली हुई है उसको समाप्त करने के लिए भी जानकारी दी जा रही है। नवसाक्षर महिलाओं को आंगनवाड़ी , विद्यालय में नामांकन संबंधित जानकारी दी जाती है ।इतना ही नहीं मतदाता संबंधित , पेंशन संबंधित जानकारी एवं स्वास्थ संबंधित जानकारी भी दिया जाता है। इतना ही नहीं कैसे आप अपने समाज को विकसित कर सकते हैं एवं अपने समाज को कैसे स्वस्थ कर सकते हैं इसके बारे में भी शिक्षा सेवक एवं तालिमी मरकज  के द्वारा विशेष रूप से जानकारी दी जाती है।