जुल्मी सरकारों से लड़ने का इतिहास रहा है गोप गुट का - राज्य अध्यक्ष

*जुल्मी सरकारों से लड़ने का इतिहास रहा है गोप गुट का - राज्य अध्यक्ष                       ( तुलसी की पत्ती छोटी - बड़ी नहीं होती, उसी प्रकार गोप -  गुट सभी छोटे - बड़े को साथ लेकर चलने का कार्य करती है!  - राज्य अध्यक्ष )   ‌‌         अजय कुमार पाण्डेय    औरंगाबाद: ( बिहार ) मुख्यालय स्थित राष्ट्रीय राज्यमार्ग संख्या - 02 पर स्थित एक निजी होटल में बिहार राज्य  - अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ, गोप - गुट के बैनर तले रविवार दिनांक - 14 मार्च 2021 को एक जिला कन्वेंशन प्रोग्राम का आयोजन किया गया! जिसमे गोप गुट के नेताओं ने सरकार पर प्रहार करते हुए कहा है कि बिहार - सरकार अपने ही राज्य के शिक्षकों/ कर्मचारियों  के साथ गुलामी जैसा व्यवहार कर* रही है!  जिसके तहत *कर्मियों पर लगातार काम के घंटों में बढ़ोतरी के साथ  कार्य के बोझ तो बढ़ा ही रही* है! लेकिन *वेतन - भत्ता एवं सुविधाओं में भी लगातार कटौती ही करती जा रही* है। इसके लिए वह *विभिन्न हथकंडों का इस्तेमाल कर रही* है। एक तरफ जहां वह *नियमित कर्मियों की बहाली करने के बजाए ठेका/ मानदेय एवं नियोजन द्वारा बहाली कर रही* है! वहीं दूसरी तरफ  *नियमित कर्मियों में से 50 वर्ष से अधिक उम्र के कर्मियों को समीक्षा के नाम पर सेवा से जबरन रिटायर करने का कुचक्र रच रही* है! यह बातें महासंघ (गोप गुट) के *राज्य महासचिव कॉ0 प्रेमचंद सिन्हा ने निजी होटल के द्वितीय तल पर स्थित सभागार में आयोजित महासंघ के जिला कन्वेंशन को संबोधित करते हुए* ही कही। उन्होंने कहा कि *अपने  इन्हीं हथकंडों के बल पर सरकार हम राज्य कर्मियों के श्रम का अमानवीय तरीकों से शोषण - दोहन कर रही* है। अपने इन *हथकंडों के बल पर वह न सिर्फ ठेका/ मानदेय एवं नियोजित कर्मियों का बल्कि वह नियमित कर्मियों के सिर पर भी छंटनी की तलवार लटकाकर उनका निर्मम दोहन कर रही* है। *कार्यालयों एवं विद्यालयों को छुट्टी के दिन खुला रखना, कर्मियों के ऊपर अत्यधिक बोझ डालकर उन्हें हमेशा तनाव में डाले रखना एक आम चलन बन चुका* है; *जिसके कारण कर्मी लगातार हाय पर टेंशन, उच्च - रक्तचाप, हृदय रोग एवं मस्तिष्क घात का शिकार बन रहे हैं और असमय ही काल के गाल में समाते जा रहे* हैं! उन्होंनेे कहा कि *मूलतः इन्हीं गंभीर समस्याओं के निदान हेतु महासंघ ने आगामी 17 - 18 मार्च 2021 को पटना में दो दिनों का धरना - प्रदर्शन करने के लिए कार्यक्रम आयोजित किया* है जिसे सफल बनाने के लिए *राज्य कर्मियों के साथ -  साथ आम नागरिकों का भी भरपूर सहयोग अपेक्षित* है। *महासंघ के राज्य अध्यक्ष कॉ0 जियालाल प्रसाद ने कहा है कि महासंघ (गोप गुट) अब राज्य - कर्मियों के साथ सरकार और उनके पदाधिकारियों द्वारा गुलामों जैसा व्यवहार को चुप - चाप  नहीं देखता रहेगा, बल्कि धारावाहिक और जुझारू संघर्ष* छेड़ेगा। अपने इन्हीं *भविष्य दृष्टि के मद्देनजर महासंघ ने राज्य के सभी ठेकाकर्मी/ मौसमी कर्मचारी/,दैनिक वेतन भोगी कर्मी/नियमित कर्मी/ नियोजित कर्मी,इत्यादि का आह्वान करता है कि सभी कोटि के राज्यकर्मी महासंघ के बैनर तले जुझारू और धारावाहिक आंदोलन चलाने के लिए कमर कसकर तैयार* हो जाएं। इस समय भी *यदि हम नहीं चेते तो आनेवाली पीढ़ियां हमें माफ नहीं* करेंगी!  महासंघ के *जिला सचिव ने राज्य से आए महासंघ के राज्य अध्यक्ष एवं महासचिव,इत्यादि आगत -  अतिथियों का हार्दिक अभिनंदन करते हुए कहा कि आज का यह सफल कन्वेंशन यह जता रहा है कि राज्य में अब शिक्षक कर्मचारियों के आंदोलनों का एक तूफ़ान खड़ा होनेवाला* है! जिसमें *इस जिले के कर्मियों की भी महत्वपूर्ण भूमिका* होगी। उन्होंने इस *जिले के कर्मचारियों एवं शिक्षकों को आह्वान किया कि इस जिले से आगामी 17 - 18 मार्च 2021 को पटना में होनेवाले धरना - प्रदर्शन में हजारों की संख्या में भाग* लें। इनके अलावे इस *कंवेंशन को महासंघ (गोप गुट) के जिला संयुक्त सचिव - कमलेश कुमार पाल, विजय कुमार, जिला उपाध्यक्ष - अशोक कुमार, अमरेन्द्र सिंह, उमा नाथ भगत,मौसमी कर्मचारी संघ जिलाध्यक्ष - अर्जुन सिंह यादव,कार्यपालक सहायक संघ  नेता गणेश कुमार रौशन,जनसेवक संघ राज्य महासचिव राम विनय शर्मा,‌राज्य पंचायत सेवक संघ के नकुल यादव,कार्यपालक सहायक संघ के अनिल कुमार, इत्यादि दर्जनों कर्मचारी-शिक्षक नेताओं ने भी इस कंवेंशन को संबोधित* किया। इस *कंवेंशन में करीब 40 विभागों के प्रतिनिधियों ने हिस्सा* लिया! *कन्वेंशन की अध्यक्षता महासंघ के जिलाध्यक्ष राम इशरेश सिंह तथा संचालन जिला सचिव-सत्येन्द्र कुमार* ने किया! अंत में *आगामी 17 - 18 मार्च 2021 को पटना में आयोजित राज्य - स्तरीय धरना - प्रदर्शन में इस जिले से हजारों की संख्या में भाग लेने के संकल्प के साथ - साथ कार्यपालक सहायकों के कल 15 मार्च 2021 से प्रस्तावित हड़ताल को तहे दिल से समर्थन देकर उसे सफल बनाने का प्रस्ताव पारित किया* गया। इनके अलावे *अन्य कई सांगठनिक प्रस्ताव भी पारित* किए गए।