* महागठबंधन का बिहार बंद स्वत स्फूर्त, शांतिपूर्ण एवम् ऐतिहासिक *
रिपोर्टः डीके पंंडित गया
(बिहार)
किसान विरोधी कानून , बिहार विधानसभा में लोकतंत्र का चीरहरण, विधायकों की पिटाई,बेरोजगारी एवम् महंगाई के खिलाफ महागठबंधन ( कांग्रेस+ राजद+ माले + सी पी अाई + सी पी अाई एम ) का बिहार बंद स्वत स्फूर्त, शांतिपूर्ण एवम् ऐतिहासिक रहा ।
अखिल भारतीय कांग्रेस कमिटी के सदस्य सह मगध प्रमंडल कांग्रेस प्रवक्ता प्रो विजय कुमार मिठू, अशोक सिंह, युगल किशोर सिंह, विद्या शर्मा, टिंकू गिरी, मुकेश कुमार पिंटू , सकलदेव चंद्रवंशी, लाछॊ देवी, मदीना खातून, बाबूलाल प्रसाद सिंह, विनोद बनारसी, मो सरवर खान, मो अजहरुद्दीन, कृष्णा कानू आदि " किसान विरोधी नरेन्द्र मोदी हाय, हाय ! , लोकतंत्र का चीरहरण कराने वाले नीतीश कुमार माफी मांगे , महगांई पर रोक लगाए , बेरोजगार युवाओं को रोजगार दो, आदि नारो को बुलंद करते हुए गया गांधी मैदान गेट नंबर ०५ से शुरू कर राय काशी नाथ मोड़, व्यवहार न्यायलय, समाहरणालय, प्रधान डाकघर, जी बी रोड, कोतवाली, के पी रोड, होते हुए टॉवर चौक पहुंच कर सभा में तब्दील हो गया।
सभा को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि देश के किसान चार महीने से अपने जायज मांग को लेकर आंदोलन कर रहे हैं परंतु केंद्र सरकार गूंगी, बहरी बनी हुई है।
बिहार विधानसभा में मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार धृतराष्ट्र की भूमिका निभाते हुए लोकतंत्र का चीर हरण कराया, माननीय विधायको को बेरहमी से पुलिस बल द्वारा पिटाई कराने, घसीटने, महिला विधायको को बेइज्जत करने, की घटना से बिहार ही नहीं देश शर्मशार हुआ है।
नेताओ ने कहा की बढ़ती हुई मंहगाई से आमजन त्राहि त्राहि कर रहे हैं, बेरोजगारी की मार से युवा आत्महत्या तक करने को मजबुर है, लेकिन केंद्र की मोदी सरकार, बिहार की नीतीश सरकार गलत बयानी कर देश, राज्य की जनता को गुमराह करने की कोशिश करने में मशगूल है, परंतु बिहार की महान जनता नीतीश कुमार की पल्टिमार राजनीति, चतुर चाल को बाखूबी समझ रही है।
आज के स्वत स्फूर्त शांतिपूर्ण बंदी के लिए राज्य की महान जनता को अभिनन्दन, एवम् धन्यवाद दिया ।