जिला पदाधिकारी द्वारा वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी अनुमंडल पदाधिकारी, सभी अंचल पदाधिकारी, सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी, सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी सहित पंचायतों के मुखिया को क

जिला पदाधिकारी द्वारा वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी अनुमंडल पदाधिकारी, सभी अंचल पदाधिकारी, सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी, सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी सहित पंचायतों के मुखिया को कोरोना संक्रमण के बचाव एवं सुरक्षा हेतु आवश्यक निर्देश दिए गये।

गया, 08 अप्रैल 2021- 
रिपोर्टः
डीके पंडित
गया (बिहार)
जिला पदाधिकारी द्वारा वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी अनुमंडल पदाधिकारी, सभी अंचल पदाधिकारी, सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी, सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी सहित पंचायतों के मुखिया को कोरोना संक्रमण के बचाव एवं सुरक्षा हेतु आवश्यक निर्देश दिए गये।

जिला पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि गया जिले में प्रतिदिन  संक्रमितों की संख्या में वृद्धि हो रही है। होली के बाद तेजी से लोग संक्रमित हो रहे हैं। उन्होंने मुखिया जी से अनुरोध किया कि गांव अथवा पंचायत में ऐसे समारोह आयोजित न किए जाय जहां अधिक व्यक्ति शामिल हों। उन्होंने कहा कि शादी-ब्याह के अवसर पर भी 100 से अधिक व्यक्ति शामिल नहीं होंगे।

 जिला पदाधिकारी ने सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को निर्देश दिया कि कोरोना टेस्ट के लक्ष्य को प्राप्त करें। कंटेनमेंट जोन में पूरी तरह सख्ती बरतें ताकि बाहर के लोग  कंटेनमेंट जोन में न आ सके। सभी रास्तों को बंद कर दें तथा एक रास्ते पर बैरियर लगा दे और वहां दंडाधिकारी की प्रतिनियुक्ति करें। अति आवश्यक होने पर ही स्वस्थ व्यक्ति आवश्यक खरीदारी के लिए सीमित संख्या में बाहर जाएंगे। 

उन्होंने मास्क चेकिंग अभियान को पूरी सख्ती के साथ चलाने का निदेश दिया। उन्होंने पदाधिकारियों तथा जनप्रतिनिधियों से अनुरोध किया कि 45 वर्ष से ऊपर के जो व्यक्ति हैं, कोविड-19 के दोनों डोज अवश्य ले तभी उन्हें टीकाकरण का लाभ मिल पाएगा। उन्होंने बताया कि गया सदर, टिकारी, शेरघाटी, नीमचक बथानी अनुमंडल में आइसोलेशन सेंटर की व्यवस्था की गई है। उन्होंने प्रखंड तथा पंचायत स्तर पर माइकिंग कराने तथा बैनर के माध्यम से प्रचार-प्रसार कराने का निर्देश प्रखंड विकास पदाधिकारी को दिया।

 वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में जिला पदाधिकारी ने मस्तिष्क ज्वर(IES/JE) के बारे में पूरी सावधानी बरतने तथा समय पर इलाज करने के बारे में बताया। डॉक्टर एच.ई. हक, वेक्टर डिजीज विशेषज्ञ ने बताया कि मस्तिष्क ज्वर जिसे चमकी बुखार भी कहते हैं,के समुचित इलाज तथा सावधानी बरतना जरूरी है। उन्होंने सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी से अनुरोध किया कि इस बीमारी से पीड़ित व्यक्ति, बच्चे का सही ढंग से इलाज किया जाए। साथ ही मुखिया जी से अनुरोध किया कि प्रत्येक पंचायत में दो वाहन अवश्य रखें ताकि आवश्यकता पड़ने पर रोगी को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र/अन्य अस्पताल समय पर पहुंचाया जा सके।

 वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में अपर समाहर्ता, जिला लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी, सिविल सर्जन, जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी, डी.पी.एम. जीविका, डी.पी.एम. स्वास्थ्य, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी, विशेष कार्य पदाधिकारी सहित वरीय उप-समाहर्तागण उपस्थित थें।