कोविड 19 संक्रमण के बढ़ते प्रसार को देखते हुए आज ज़िला पदाधिकारी, गया श्री अभिषेक सिंह द्वारा गया ज़िला स्थित अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल अंतर्गत मातृ शिशु अस्पताल (एमसीएच, ब्लॉक)

दिनेश कुमार पंडित गया (बिहार ) कोविड 19 संक्रमण के बढ़ते प्रसार को देखते हुए आज ज़िला पदाधिकारी, गया श्री अभिषेक सिंह द्वारा गया ज़िला स्थित अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल अंतर्गत *मातृ शिशु अस्पताल (एमसीएच, ब्लॉक)* का निरीक्षण किया गया।  निरीक्षण के क्रम में जिलाधिकारी ने सिविल सर्जन/अधीक्षक, एएनएमएमसीएच को निदेश दिया कि मातृ शिशु अस्पताल (एमसीएच, ब्लॉक) में केवल कोविड मरीज ही आएंगे। उनके परिजनों के लिए अस्पताल के बाहर एक परिजन कक्ष बनाया जाए, जहां मूलभूत सुविधाएं यथा पेयजल, शौचालय, पंखा इत्यादि मौजूद हो। उन्होंने अस्पताल में कोविड टेस्टिंग, जांच मशीन, वार्डों का जायजा लेते हुए निदेश दिया कि कम से कम 36 घंटे का ऑक्सीजन बैकअप रखना सुनिश्चित करें। साथ ही वार्डों में बेड के साथ ऑक्सीजन कनेक्शन की जांच एवं सभी बेड में नंबरिंग स्टीकर चिपकाने का निदेश दिया। अस्पताल की सफाई प्रतिदिन होनी चाहिए, यह सुनिश्चित करेंगे। अस्पताल में बनाये गए अटेंडेंट कक्ष में एक्स-रे मशीन संस्थापन करने का निदेश दिया। जिलाधिकारी ने निदेश दिया कि सभी वार्डों में पल्स ऑक्सीमेटर लगाया जाए ताकि सस्पेक्टेड/नॉन सीरियस मरीजों का लगातार जांच किया जा सके। साथ ही सभी वार्डों में कोविड से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी, नियंत्रण कक्ष का नंबर संबंधी बैनर लगाने का निदेश दिया। उन्होंने निदेश दिया कि मातृ शिशु अस्पताल में प्रवेश के लिए जो गेट बनाया गया है, गेट के पास *केवल कोविड मरीज़ों के लिए* का बैनर लगवाना सुनिश्चित करें। उन्होंने निदेश दिया कि प्रतिदिन कम से कम 2 से 3 बार मरीज़ों के सेहत से संबंधित बुलेटिन परिजन कक्ष में प्रसारित करवाना सुनिश्चित करें।  जिलाधिकारी ने बताया कि अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल को कोविड-19 डेडिकेटेड अस्पताल घोषित किया गया है। यह अस्पताल न केवल गया जिला के लिए है, बल्कि पूरे मगध प्रमंडल के सभी जिलों के लिए है और यहां जो गंभीर मरीज होते हैं, जिन्हें इलाज की आवश्यकता है, वे यहां आ रहे हैं। अभी 28 मरीज यहां भर्ती हैं। उन्होंने बताया कि अस्पताल में 100 लोगों के लिए बेड की व्यवस्था की गई है। साथ ही 60 बेड वाले आइसोलेशन सेंटर की भी व्यवस्था की गई है। उन्होंने बताया कि आने वाले समय में मगध मेडिकल अस्पताल पूरी तरह सभी बीमारियों के लिए इलाज में परिपूर्ण होगा।
                  जिला पदाधिकारी ने जिलेवासियों से अपील किया है कि यदि किसी व्यक्ति को कोरोना के लक्षण से संबंधित समस्या हो रही है, तो वे सीधा मगध मेडिकल के मातृ शिशु अस्पताल में आए और अपनी जांच कराएं। कोरोना के लक्षण लगने पर जरा भी विलंब न करें, सबसे पहले अपनी जांच करवाएं एवं पॉजिटिव पाए जाने पर खुद को आइसोलेट करें। आइसोलेशन की सुविधा घरों में एवं अस्पताल में की गई है। यदि वे घर में आइसोलेट होते हैं, तो अपने परिवार से बिल्कुल दूरी बनाए रखें, खुद को अलग रखें। साथ ही उन्होंने कहा कि कोरोना से बचने के लिए काफी हद तक मास्क का प्रयोग, सामाजिक दूरी का अनुपालन करने से किया जा सकता है। कोरोना संक्रमण को हल्के में न लें, जब तक आवश्यकता न हो घरों से बाहर न निकले। विशेषकर वृद्ध व्यक्ति, बच्चे, गंभीर रोग से ग्रसित लोग, गर्भवती महिलाएं सभी बेवजह घर से बाहर न निकले। जिलाधिकारी ने लोगों से अपील किया है कि यदि जिलावासियों का सहयोग रहा तो हम सब जल्द ही कोरोना वायरस को मात दे सकेंगे।
                  ज़िलाधिकारी ने स्पष्ट निर्देश दिया कि जहां भी कंटेनमेंट जोन/ माइक्रो कंटेंटमेंट जोन बनाए गए हैं, वहां रहने वाले सभी लोगों का शत-प्रतिशत कोरोना टेस्ट कराना सुनिश्चित करेंगे। साथ ही जो लोग पॉजिटिव पाए गए हैं, उनका कांटेक्ट ट्रेसिंग करते हुए सम्बंधित लोगों का भी कोविड-19 टेस्ट करवाएंगे। कंटेनमेंट जोन में रहने वाले सभी व्यक्ति कोविड प्रोटोकॉल का पालन अवश्य करें।
                  जिला पदाधिकारी ने बताया कि गया जिला अंतर्गत सभी अनुमंडल में आइसोलेशन सेंटर की व्यवस्था की गई है, जिसमें टिकारी में 100 बेड, शेरघाटी में 100 बेड, नीमचक बथानी में 60 बेड, सदर में 60 बेड, मानपुर में 60 बेड की व्यवस्था की गई है। इसके अतिरिक्त यदि लोग ट्रेन से आते हैं, तो रेलवे स्टेशन पर ही 40 बेड आइसोलेशन वार्ड की व्यवस्था की गई है। उन्होंने बताया कि गया जिले में पर्याप्त आइसोलेशन की व्यवस्था ह  निरीक्षण के क्रम में ज़िलाधिकारी के साथ सिविल सर्जन, अधीक्षक/प्राचार्य, अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल, डीपीएम, स्वास्थ्य सहित अन्य पदाधिकारी एवं चिकित्सक उपस्थित थे।