रिति-रिवाज - कृष्णा बनकर , कार्तिक व्रत महिलाओं का रास्ता रोका , दही माखन खिलाकर रास्ता खोला

*रिति-रिवाज - कृष्णा बनकर , कार्तिक व्रत  महिलाओं का रास्ता रोका , दही माखन खिलाकर रास्ता खोला*

शिवपुरी ब्रेकिंग न्यूज

*आमोलपठा* हिंदू धर्म के अनुसार कार्तिक माह,धर्म व दान का माह माना जाता है इस माह में महिलाएं कठोर व्रत करती हैं। द्वापुर युग में भगवान कृष्ण ने गोपियों के साथ अनेक लीलाएं की है।कृष्ण ने इन  लीलाओं के माध्यम से लोगों को निष्काम प्रेम का संदेश दिया है।कृष्ण के अति प्रिय माह कार्तिक में महिलाएं एक माह का व्रत रखकर कठोर आराधना करती हैं और भगवान कृष्ण के प्रति अपने अनन्य प्रेम का इजहार करती हैं।इस माह में महिलाएं सुबह से कृष्ण भक्ति के गीत गाती हैं और नदी पर स्नान करती हैं और ठाकुर जी की पूजा करती है। इसी क्रम अमोलपठा  में स्नान करके लौट रही कार्तिक व्रत महिलाओं को भगवान श्री कृष्ण वेशभूषा में साखियों का  रास्ता रोक कर मथुरा वृंदावन के गीतों से करीब 1 घंटे सखियों को छेडा गया ! 1 घंटे के बाद सखियों ने माखन मिश्री खिलाकर अपने घर जाने का रास्ता खुलवाया! यह रीति रिवाज मथुरा वृंदावन में श्री कृष्ण की लीलाओं पर ग्रामीण अंचलों  मैं की जाती है !