पू्र्व विधायक रामचन्द्र सिंह यादव के निधन से बारूण में शोक की लहर


विश्वनाथ आनंद
 गया( मगध )- बिहार के औरंगाबाद जिले के बारूण थाना क्षेत्र के बिलट बिगहा गांव के निवासी 78 वर्षीय चर्चित समाजसेवी पूर्व विधायक रामचंद्र सिंह यादव अब इस दुनिया में नही रहे। उनका देहांत मंगलवार की देर शाम को  शहर के एक निजि अस्पताल में इलाज के दौरान हो गया। इनके  निधन से जिले से लेकर बारूण में शोक की लहर है। बताते चलें कि तत्कालीन विधायक रामचंद्र सिंह यादव बारूण प्रखंड के बिलट बिगहा गांव निवासी थे, जो वर्तमान में सोननगर के केशव पुर में रहा करते थे।।इनका जन्म  28 मार्च 1950 को पैतृक गांव बिलटबिगहा में  हुआ था। ये छ:भाई में सबसे छोटे भाई थे। इनके पिता जी एक किसान थे ,तब उस समय राजनीतिक के क्षेत्र में इनका कोई परिवार नही था। रामचंद्र सिंह  यादव अपनी पढ़ाई एम.एस.सी तक करके ओबरा उच्च विद्यालय में 1973 ई. में शिक्षक के पदभार को ग्रहण किया था। लेकिन इनकी इच्छा थी कि राजनीतिक में आकर लोंगो की सेवा करें। इन्होंने एक वर्ष बाद शिक्षक का पद त्याग दिया और राजनीति के क्षेत्र में उतरे जहां जगदीश पुर पंचायत का मुखिया 1995 तक यानी 22 वर्ष तक बने रहे। इसके बाद इन्होंने सीपीआई पाटी में अच्छे कार्यकर्ता के रूप में शामिल हो गए और 1995 ई. में रफीगंज विधानसभा से एम एल ए पद को जीत कर पहली बार विधायक बनें। बताया जाता है कि भूतपूर्व विधायक रामचंद्र सिंह यादव शुरु से अंत तक यानी सम्पूर्ण जीवन एक ही पाटी आर्थात सीपीआई से जुड़े रहे। ये बिहार राज्य के अग्रणी किसान नेता और अखिल भारतीय किसान नेता के राज्य अध्यक्ष भी थे। ये स्वभाव के नेक और सरल थे l गरीब और असहायों को काफी मदद की। क्षेत्रीय कई गांव में गांव के विवाद को बड़े सरलता से समाधान कर ग्रामीणों को खुश रखने का प्रयास करते थे। इसके बाद इन्होंने अपने परिवार के कई सदस्यों को राजनीतिक क्षेत्रों में उतारा। इनके अपने भतीजा नवीनगर विधानसभा के पूर्व प्रत्याशी और बारूण उपप्रमुख प्रतिनिधि विजय कुमार सिंह ने निधन पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए शोक व्यक्त किया l आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की lएवं परिजनों को इस संकट दुख की घड़ी में  धैर्य ,शक्ति एवं साहस देने की कामना ईश्वर से किया l श्री सिंह ने कहा कि इनके निधन से हमारे परिवार व समाजवाद को अपूर्णीय क्षति हुई है। गांव में मातम छाया हुआ है। लोग काफी दुखी हैं। विधायक जी सदा असहाय और गरीबो को मदद करते रहें हैं। उन्होंने आगे बताया कि विधायक जी काफी समय से बीमारी से ग्रसित थे। लम्बी इलाज के दौरान गया शहर के बुद्धा अस्पताल में अंतिम सांस ली। इनका अंतिम संस्कार पैतृक गांव से बिगहा के द्वारा पुनपुन नदी में किया गया।  उन्होंने आगे बताया कि हमारे चाचाजी थे  तथा राजनीतिक गुरू भी रहे। जो इनके न होने से हमसभी काफी दुखी है। इधर पू्र्व मुखिया सह राजद   प्रदेश सचिव डॉ चन्दन कुमार, शिक्षक देवनंदन सिंह ,रामाधार सिंह,युगल यादव के साथ कई लोगों ने दुख व्यक्त करते हुए तैलीय चित्र पर पुष्पांजलि सुमन अर्पित किया l